ED की टीम झारखंड ग्रामीण विकास विभाग के मुख्य प्रभारी अभियंता प्रमुख वीरेंद्र राम के ठिकानों पर छापेमारी कर रही है. उनके रांची, जमशेदपुर के अलावा बिहार के सीवान, पटना सहित दिल्ली और हरियाणा में ईडी छापेमारी कर रही है. मिली जानकारी के मुताबिक देश भर के 20 से अधिक ठिकानों पर रेड चल रही है.
जानकारी के मुताबिक वीरेंद्र राम की पत्नी राजकुमारी पिछले विधानसभा चुनाव के वक्त जुगसलाई विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही थीं. बीजेपी से टिकट पाने की कोशिश की, लेकिन उन्हें नहीं मिला. चुनाव के वक्त ही वीरेंद्र राम के घर से 2.45 करोड़ रुपए कैश बरामद किए गए थे.
आय से अधिक संपत्ति का मामला
उनको पद से हटाने जाने के लिए हाईकोर्ट में जनहित याचिका भी दाखिल की गई है. एसीबी में भ्रष्टाचार के मामले में आरोपी वीरेंद्र राम को ग्रामीण विकास विभाग का अभियंता प्रमुख बनाया गया है. उनपर आय से अधिक संपत्ति जांच का मामला ACB में विचारधीन है.
वीरेंद्र राम की अवैध संपत्ति का अनुमान इस बात से लगाया जा सकता है कि अपनी अवैध कमाई से जमशेदपुर, रांची ,पटना और सिवान में करोड़ों की संपत्ति अर्जित की है.
उनका रसूख इतना है कि उन्हें अंगरक्षक मुहैया कराने के लिए ग्रामीण विकास विभाग के मंत्री आलमगीर आलम ने जमशेदपुर पुलिस को पत्र लिखा था. जिसमें उन्होंने पुलिस को आदेश दिया था विरेंद्र राम को अंगरक्षक मुहैया कराया जाए.
(इनपुट- आनंद दत्ता)
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