भारत में कोरोना की दूसरी लहर ने फिर हाहाकार वाली स्थिति लाकर खड़ी कर दी है. ऐसे में कोरोना के बढ़ते केस को देखते हुए केंद्र सरकार ने 10वीं की CBSE बोर्ड परीक्षा रद्द कर दी हैं और 12वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षाएं स्थगित कर दी हैं. अब इन छात्रों के मन में एग्जाम की प्रक्रिया, तरीकों, परिस्थितियों को लेकर कई सारे सवाल हैं. जिनके जवाब वो जानना चाहते हैं.
हम उन छात्रों के जवाब देने की कोशिश करते हैं.
10वीं के एग्जाम ही रद्द कर दिए गए हैं तो अब रिजल्ट कैसे तैयार होगा?
CBSE ने अपने प्रेस नोट में बताया है कि कक्षा 10वीं क्लास के नतीजे बोर्ड द्वारा तैयार किए गए मापदंड के आधार पर तैयार किए जाएंगे.
अगर कोई 10वीं का छात्र अपने रिजल्ट से संतुष्ट नहीं होगा तो क्या कर सकते हैं?
अगर कोई छात्र अपने रिजल्ट से संतुष्ट नहीं है तो उसे परिस्थितियां बेहतर होने के बाद एग्जाम में बैठने का मौका दिया जाएगा.
12वीं के एग्जाम टाल दिए हैं, आगे एग्जाम कब होंगे? इस पर फैसला कब तक हो पाएगा?
बोर्ड ने कहा है कि 12वीं कक्षा की परीक्षाएं बाद में होंगी, बोर्ड 1 जून को स्थिति की समीक्षा करेगा और उसी के बाद आगे एग्जाम कराने को लेकर फैसला करेगा. एग्जाम के कम से कम 15 दिन पहले ही छात्रों को नोटिस दिया जाएगा.
12वीं के छात्रों के प्रैक्टिकल कब होंगे?
CBSE ने अपने प्रेस नोट में इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी है. 1 जून को बोर्ड जो रिव्यू बैठक करने वाला है उसमें इस पर कुछ फैसला हो सकता है.
अगर आने वाले वक्त में एग्जाम कराने के लिए अनुकूल परिस्थितियां नहीं बनती हैं और कॉलेज में एडमिशन का वक्त आ गया तो कैसे होगा?
अभी तक इस पर बोर्ड ने कुछ भी नहीं कहा है. आने वाले दिनों में कोरोना संक्रमण की स्थिति कैसी रहती है ये सब उस पर निर्भर करेगा. हालांकि पिछले साल सरकार ने 12वीं क्लास की मार्किंग के लिए व्यवस्था बनाई थी, लेकिन इस साल कैसे होगा इस पर अभी स्थिति साफ नहीं है.
बता दें कि 4 मई से परीक्षा होनी थी, लेकिन लगातार बढ़ते केस को देखते हुए सरकार को ये फैसला लेना पड़ा. कई राज्य सरकारें लगातार परीक्षा टालने की मांग कर रही थी.
कोरोना वायरस की दूसरी लहर लगातार कहर बरपाती जा रही है. हर रोज कोरोना के मामले एक नया रिकॉर्ड बना रहे हैं. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, भारत में पिछले 24 घंटों में 1,84,372 नए कोविड-19 के मामले दर्ज किए हैं, जो कि कोरोना की दस्तक देने के बाद से एक दिन में सबसे बड़ा आंकड़ा है. नए आंकड़ों के साथ कुल मामले 13,87,825 हो गये हैं, इस दौरान 1,027 लोगों ने अपनी जान भी गंवाई है, जिसके बाद मरने वालों का कुल आंकड़ा 1,72,085 हो गया है.
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