कोरोना वायरस महामारी के कारण करीब दो सालों से बंद, दिल्ली यूनिवर्सिटी (DU) के बंद दरवाजे अब स्टूडेंट्स के लिए खुल गए हैं. ग्रेजुएट और पोस्ट ग्रेजुएट स्टूडेंट्स के लिए यूनिवर्सिटी 17 फरवरी को खुल गई है.
कई फर्स्ट और सेकेंड ईयर के स्टूडेंट्स पहली बार ऑफलाइन कॉलेज में अटेंड कर रहे हैं.
दूसरे शहरों से आने वालों के लिए रहना एक समस्या
महीनों से कॉलेज खुलने का इंतजार कर रहे स्टूडेंट्स के सामने हालांकि एक परेशानी भी है. इतने कम समय में रहने का ठिकाना ढूंढना एक परेशानी बन गई है.
दो सालों से बंद पड़े कई पीजी और दूसरी जगहों पर मेंटेनेंस का काम चल रहा है.
सभी ग्रेजुएट और पोस्ट ग्रेजुएट कोर्स के लिए ऑफलाइन क्लास को फिर से शुरू करने की घोषणा 9 फरवरी को की गई थी. दूसरे शहरों से आने वाले स्टूडेंट्स को दिल्ली लौटने और ठिकाना खोजने के लिए 10 दिनों से कम का समय दिया गया.
कॉलेज खोलने के लिए स्टूडेंट्स कर रहे थे प्रदर्शन
स्टूडेंट्स दिल्ली यूनिवर्सिटी के नॉर्थ कैंपस में ऑफलाइन क्लास को फिर से शुरू करने के लिए विरोध प्रदर्शन कर रहे थे, जिसके बाद प्रॉक्टर प्रोफेसर रजनी अब्बी ने परिसर को फिर से खोलने की घोषणा की.
इस प्रदर्शन को स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (SFI) और ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन (AISA) ने शुरू किया था. इन संगठनों ने सड़कों से लेकर ट्विटर तक पर अपना विरोध दर्ज कराया था.
(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)