दिल्ली यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर योगेश त्यागी के सस्पेंशन को लगभग तीन हफ्ते बीत चुके हैं. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने त्यागी को 'कर्तव्य के त्याग' के आरोपों पर सस्पेंड कर दिया था. अब दिल्ली यूनिवर्सिटी त्यागी की जगह लेने के लिए नए वीसी की तलाश कर रही है. योगेश त्यागी का कार्यकाल मार्च 2021 में खत्म हो रहा है.
त्यागी के खिलाफ जांच का आदेश दिया जा चुका है. उन्होंने मार्च 2016 में पांच साल के लिए वाइस चांसलर का पदभार संभाला था.
दिल्ली यूनिवर्सिटी ने नए वाइस चांसलर की नियुक्ति के लिए एक विज्ञापन पब्लिश कराया है. यूनिवर्सिटी प्रशासनिक और अकादमिक प्रमुख की खोज में है.
विज्ञापन के मुताबिक, वाइस चांसलर से सबसे उच्च स्तर की 'क्षमता, अखंडता, नैतिकता और संस्थागत प्रतिबद्धता' दिखाने की उम्मीद की जाती है.
इसके अलावा, वाइस चांसलर एक प्रतिष्ठित विद्याविद् होना चाहिए, जिसे किसी यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर के तौर पर न्यूनतम 10 साल का अनुभव हो या किसी रिसर्च/अकादमिक प्रशासनिक संगठन में 10 साल का अनुभव और अकादमिक लीडरशिप दिखाने का प्रूफ भी हो.
अगला वाइस चांसलर कैसे नियुक्त किया जाएगा?
1922 के दिल्ली यूनिवर्सिटी कानून के प्रावधानों के तहत गठित एक कमेटी कुछ नामों की एक लिस्ट राष्ट्रपति को सुझाएगी. इसी लिस्ट में से राष्ट्रपति अगला वाइस चांसलर नियुक्त करेंगे.
कमेटी में तीन सदस्य होंगे. इनमें से दो सदस्यों को यूनिवर्सिटी की एग्जीक्यूटिव काउंसिल नामित करेगी और तीसरे को राष्ट्रपति नामित करेंगे. काउंसिल के उम्मीदवार यूनिवर्सिटी के कॉलेजों के डिपार्टमेंट से नहीं हो सकते. इस कमेटी का चेयरमैन राष्ट्रपति नियुक्त करते हैं.
त्यागी को सस्पेंड क्यों किया गया था?
केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के मुताबिक, त्यागी जून 2020 में हुई एक मेडिकल इमरजेंसी के बाद अनाधिकृत छुट्टी पर चले गए थे और उन्होंने यूनिवर्सिटी की एग्जीक्यूटिव काउंसिल और मंत्रालय को अपनी अनुपस्थिति के बारे में जानकारी नहीं दी थी.
मामला तब ज्यादा बढ़ गया था, जब योगेश त्यागी ने दो नियुक्तियां कर दीं. उन्होंने छुट्टी पर होने के दौरान एक नए प्रो वीसी और रजिस्ट्रार की नियुक्ति की थी. इस दौरान प्रो वाइस चांसलर पीसी जोशी इंचार्ज थे.
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