कोरोना वायरस लॉकडाउन की वजह से पंजाब और हरियाणा में मार्च से बंद हुए स्कूल, कॉलेज, यूनिवर्सिटी और शिक्षण संस्थान अब दोबारा खुलने जा रहे हैं. इसके लिए छात्रों की कई चरणों में वापसी होगी और टीचरों के लिए सख्त नियम बनाए गए है.
लेकिन क्या पहले दिन सभी छात्रों को आने की इजाजत होगी और क्लासरूम में सुरक्षा कैसे सुनिश्चित की जाएगी? यहां ऐसे ही सब सवालों के जवाब जानिए.
क्या पंजाब में 16 नवंबर को सभी विभाग खुल जाएंगे?
नहीं, यूनिवर्सिटी और कॉलेजों को चरणबद्ध तरीके से खोला जाएगा. ऐसे में साइंस और मेडिसिन जैसे विभाग और कोर्स पहले खोले जाएंगे क्योंकि इसमें प्रैक्टिकल ट्रेनिंग चाहिए.
अगले चरणों में मैनेजमेंट और कॉमर्स जैसे विभाग खोले जाएंगे. इसमें प्रैक्टिकल ट्रेनिंग में देरी की जा सकती. इसके बाद भाषा और कला विभाग का नंबर आएगा.
क्या पंजाब में पहले चरण में फर्स्ट और सेकंड ईयर के छात्रों को अनुमति होगी?
नहीं, पहले चरण में फिजिकल क्लासेज के लिए सिर्फ फाइनल ईयर के छात्रों को इजाजत दी जाएगी और एक दिन में किसी भी क्लास में 50 फीसदी से ज्यादा छात्रों को अनुमति नहीं होगी.
जिन कॉलेज और शिक्षण संस्थानों में 50 फीसदी से ज्यादा छात्रों को बैठाने की कैपेसिटी है, वहां सोशल डिस्टेंसिंग का सख्त पालन करते हुए ज्यादा छात्रों को इजाजत दी जाएगी.
फर्स्ट और सेकंड ईयर के छात्रों के लिए ऑनलाइन क्लास होगी.
हरियाणा में कॉलेज किस तरह दोबारा खुलेंगे?
हरियाणा में सभी अंडरग्रेजुएट और पोस्टग्रेजुएट विभागों के छात्र एक शेड्यूल के मुताबिक फिजिकल क्लासेज अटेंड कर सकते हैं. ये शेड्यूल उन्हें कॉलेज और उनका विभाग देगा. हरियाणा हायर एजुकेशन डिपार्टमेंट ने ये शेड्यूल सुझाया है:
सोमवार और मंगलवार: सुबह 9 से दोपहर 12 तक फर्स्ट ईयर BA छात्र, दोपहर 12:30 से 3:30 तक BCom और BSc फर्स्ट ईयर के छात्र.
बुधवार और गुरुवार: सुबह 9 से दोपहर 12 तक सेकंड ईयर BA छात्र, दोपहर 12:30 से 3:30 तक BCom और BSc सेकंड ईयर के छात्र.
शुक्रवार और शनिवार: सुबह 9 से दोपहर 12 तक थर्ड ईयर BA छात्र और फर्स्ट ईयर PG छात्र, दोपहर 12:30 से 3:30 तक थर्ड ईयर BCom, BSc और सेकंड ईयर PG के छात्र.
हरियाणा के कॉलेजों में सोशल डिस्टेंसिंग कैसे सुनिश्चित की जाएगी?
दो छात्रों के बीच कम से कम छह फीट की दूरी रखी जाएगी और जिन सीटों पर बैठा जाएगा उन पर निशान लगाया जाएगा. सिंगल-सीटर डेस्क के मामले में छात्र एक सीट छोड़कर बैठेंगे.
अगर बाहर जगह उपलब्ध है, तो वहां क्लासेज कराई जा सकती हैं.
इसके अलावा कुछ ही फीसदी छात्रों को कॉलेज या यूनिवर्सिटी में क्लासेज के लिए बुलाया जा सकता है और ये एनरोलमेंट, हर दूसरे दिन रोटेशन या हफ्ते में दो दिन के आधार पर होगा.
क्या पंजाब और हरियाणा में छात्रों को हॉस्टल में इजाजत होगी?
पंजाब: जिन कोर्सेज में ट्रेनिंग की जरूरत है, उनके छात्रों को पहले हॉस्टल दिया जाएगा. हॉस्टल 50 फीसदी कैपेसिटी पर ही काम करेंगे. एक कमरे में एक ही व्यक्ति रह सकता यही और मेस सेवा लंबे समय तक चलेगी ताकि एक समय पर बहुत भीड़ न हो.
हरियाणा: हॉस्टल में सिर्फ बिना लक्षण वाले छात्र ही रह सकेंगे और उन्हें हॉस्टल आने के बाद क्वारंटीन में रहना होगा. जिन छात्रों को घर पर सुविधा नहीं है या जो ऑनलाइन पढ़ाई नहीं कर सकते, हॉस्टल में उन्हें तरजीह मिलेगी.
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