पाटीदार नेता हार्दिक पटेल ने जिस ट्वीट के जरिए कांग्रेस को पटेल आरक्षण पर अपना रुख स्पष्ट करने के लिए अल्टीमेटम दिया था. वह अब डिलीट किया जा चुका है. हार्दिक पटेल के अल्टीमेटम वाले ट्वीट ने लोगों को जितना चौंकाया था. उतना ही इस ट्वीट को डिलीट किए जाने ने चौंकाया है. ट्वीट डिलीट होने के साथ ही कई और सवाल खड़े हो गए हैं. क्या कांग्रेस और हार्दिक के बीच बात बन चुकी है? क्या हार्दिक ने कांग्रेस को अल्टीमेटम देने वाला ट्वीट समाज के लोगों को उस आरोप पर सफाई देने के लिहाज से किया था, जिसमें उन पर कांग्रेस के साथ नजदीकियां बढ़ाने की बातें कही जा रही थीं?
हार्दिक पटेल ने बीते शनिवार को कांग्रेस को अल्टीमेटम जारी किया. पटेल ने 3 नवंबर तक कांग्रेस से यह स्पष्ट करने को कहा कि गुजरात की सत्ता में आने पर वह पटेल समुदाय को आरक्षण देगी या नहीं.
हार्दिक पटेल ने अपने ट्वीट में लिखा, “कांग्रेस को 3 नवंबर, 2017 तक संवैधानिक रूप से आरक्षण देने के अपने प्रस्ताव के बारे में रुख साफ करना होगा. अगर वह स्थिति साफ नहीं कर पाती है तो उसका हाल सूरत में अमित शाह जैसा ही होगा.”
हार्दिक ने क्यों डिलीट किया अपना ट्वीट?
हार्दिक पटेल ने कांग्रेस को 3 नवंबर तक पटेल आरक्षण पर अपना रुख स्पष्ट करने को कहा. लेकिन डेडलाइन खत्म होने से पहले ही हार्दिक पटेल ने अपने ट्वीटर अकाउंट से उस ट्वीट को डिलीट कर दिया.
सोमवार को राहुल गांधी ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं की बैठक बुलाई. बैठक के एजेंडे में गुजरात चुनाव भी अहम मुद्दा रहा. लेकिन इस बैठक के खत्म होते-होते हार्दिक के अकाउंट से वो ट्वीट गायब हो गया, जिसमें उन्होंने कांग्रेस को पटेल आरक्षण पर अपना रुख स्पष्ट करने को कहा था.
क्या बन चुकी है बात?
दिल्ली में कांग्रेस की बैठक और उधर ट्वीट का डिलीट होना संकेत देता है कि हार्दिक और कांग्रेस के बीच बात बन चुकी है. लेकिन सवाल ये है कि हार्दिक कांग्रेस के समर्थन में अगर आएंगे तो किस तरह से आएंगे? यह अब तक स्पष्ट नहीं हो पाया है.
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