राजस्थान के अलवर में किसान नेता राकेश टिकैत के काफिले पर कुछ लोगों द्वारा कथित तौर पर हमले का मामला सामने आया है. राकेश टिकैत ने बताया, "पुलिस का पिस्टल छीनने की कोशिश की गई।,पत्थर मारकर गाड़ी के शीशे तोड़ दिए गए, लाठी चलाई गई. " इस मामले में पुलिस ने 14 लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
राकेश टिकैत के काफिले पर हमले के बाद गाजीपुर बॉर्डर पर बैठे किसानों ने दिल्ली मेरठ एक्सप्रेस वे को 1 घंटे से अधिक समय के लिए बंद किया, हालांकि इस दौरान किसानों ने प्रशासन से टिकैत की सुरक्षा पर भी सवाल खड़े किए,
वहीं टिकैत की अपील के बाद करीब 1 घंटे से बंद पड़े हाइवे को किसानों द्वारा खोला गया. शुक्रवार शाम करीब चार बजे राजस्थान के अलवर जनपद स्थित ततारपुर चौराहे पर टिकैत पर हमला किया गया. टिकैत के मुताबिक हमलावर कई गाड़ियों में सवार थे, इसके अलावा ततारपुर चौराहे पर भी बीजेपी समर्थित कुछ लोग पहले से जमा थे.
राकेश टिकैत ने आरोप लगाया है कि ये हमला बीजेपी ने किया था.
अलवर में काफिले पर हमला सुनियोजित था. बीजेपी के सांसद और विधायक अपने गुंडों से सड़क पर हमला कराएंगे तो यूपी में इनके सांसद-विधायकों को सड़क पर नहीं निकलने दिया जाएगा.
राजस्थान में पहली पंचायत हरसौली में करने के बाद राकेश टिकैत अपने समर्थकों के साथ बांसूर में दूसरी पंचायत में शामिल होने जा रहे थे, वहीं बांसूर से करीब 20 किमी पहले ततारपुर चौराहे पर पहले से जमा कुछ लोगों एसयूवी कारों में सवार होकर आए हमलावरों की मदद से राकेश टिकैत के काफिले पर पत्थरों और लाठी-डंडों से हमला कर दिया.
टिकैत ने कहा - मुझपर हुए हमले के लिए सरकार जिम्मेदार है, हम राजनीतिक पार्टी नहीं हैं. हमारा विरोध सरकार की नीतियों के खिलाफ है. हम बीजेपी का विरोध नहीं कर रहे हैं, उनके लोग यहां आते हैं और बात करते हैं. आज का कार्यक्रम अलीगढ़ में है, कल दो दिन के लिए गुजरात जा रहे हैं.
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