17वीं लोकसभा का पहला सत्र 17 जून यानी सोमवार से शुरू होने जा रहा है. संसद का ये सत्र 40 दिनों तक चलेगा और और इसमें 30 बैठकें होंगी. पहले दो दिनों के दौरान नवनिर्वाचित सदस्यों को शपथ दिलाई जाएगी. लोकसभा अध्यक्ष का चुनाव 19 जून को होगा. देशभर से 542 सांसद चुनकर संसद पहुंचे हैं. ऐसे में जानते हैं 17वीं लोकसभा के बारे में 10 दिलचस्प बातें.
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- लोकसभा की वेबसाइट के मुताबिक, 265 ऐसे मेंबर हैं जो पहली बार सदन के लिए चुने गए हैं. इनमें अमित शाह, गौतम गंभीर, रविशंकर प्रसाद, स्मृति ईरानी, हंस राज हंस, सन्नी देओल जैसी चर्चित हस्तियां भी शामिल हैं. थिंक टैंक पीआरएस लेजिस्लेटिव रिसर्च के अनुसार पिछली यानी 16 वीं लोकसभा में 314 सांसद ऐसे थे जो पहली बार चुने गए थे.
- 17वीं लोकसभा में 197 निवर्तमान सांसद फिर से सदन के लिए चुने गए हैं.
- 17वीं लोकसभा के सांसदों में महिलाओं की कुल संख्या 78 है. ये अबतक के लोकसभा चुनावों में महिलाओं के चुने जाने की सबसे ज्यादा संख्या है. 2014 के लोकसभा चुनाव में महिलाओं की संख्या 62 थी.
- ओडिशा के क्योंझर सीट से बीजेडी के टिकट पर चुनाव जीतकर आई चंद्राणी मुर्मू सबसे कम उम्र की सांसद हैं. इंजीनियरिंग ग्रेजुएट मुर्मू दो बार के बीजेपी सांसद अनंत नायक को हराया है. मुर्मू ने इस बार 66,203 वोटों से जीत हासिल की है.
- एसोसिएशन ऑफ डेमोक्रेटिक रिपोर्ट (एडीआर) के मुताबिक, हाल ही में लोकसभा के लिए चुने गए करीब आधे सांसदों पर आपराधिक आरोप हैं. 2014 के मुकाबले इसमें 26 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है. एडीआर ने चुनाव जीतकर आए सांसदों का एनालिसिस किया, जिनमें से करीब 233 यानी 43 फीसदी सांसदों पर आपराधिक आरोप हैं.
- एसोसिएशन ऑफ डेमोक्रटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) के मुताबिक, नई लोकसभा में कुल 475 सांसद करोड़पति हैं, इनमें मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ के बेटे नकुलनाथ टॉप पर हैं.
- 16वीं लोकसभा में जो हुआ था, 17वीं में भी वही होता दिख रहा है. कांग्रेस के पास 52 सांसद हैं, लेकिन संसद में विपक्ष के नेता के पद के लिए 55 सांसद होने जरूरी हैं. इसलिए संसद में विपक्ष का नेता बनना तय नहीं है.
- 17वीं लोकसभा के सांसदों की औसत उम्र 54 साल है. 12 फीसदी सांसद 40 साल से कम उम्र के हैं. 16वीं लोकसभा में ये आंकड़ा केवल 8 फीसदी था.
- 27 फीसदी सांसदों ने बारहवीं तक की पढ़ाई की है. पिछले लोकसभा में ये आंकड़ा 20 फीसदी था.
- इस लोकसभा में संसद के दोनों सदनों में देश का कोई भी पूर्व प्रधानमंत्री नहीं होगा. दरअसल, बतौर राज्यसभा सदस्य पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का कार्यकाल हाल ही में खत्म हो गया. साथ ही पूर्व पीएम एचडी देवगौड़ा भी लोकसभा चुनाव में अपनी सीटें गंवा बैठे. ऐसे में संसद के दोनों सदनों में कोई भी पूर्व प्रधानमंत्री नहीं होगा.
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