जम्मू-कश्मीर के बारामूला में एक बड़े आतंकी हमले में इंडियन आर्मी के 17 जवान शहीद हो गए, जबकि इस दौरान 4 फिदायीन हमलावरों को मार गिराया गया. सेना ने कहा है कि हमलावर जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी थे.
उत्तरी कश्मीर रीजन के उरी सेक्टर (बारामूला) में रविवार सुबह 5:30 बजे आर्मी के 12वें ब्रिगेड हेडक्वॉर्टर पर 4 फिदायीन हमलावरों ने हमला किया. न्यूज एजेंसी PTI के मुताबिक, लंबी चली जवाबी कार्रवाई में चारों हथियारबंद आतंकियों को मार गिराया गया. लेकिन इंडियन आर्मी (नॉर्दर्न कमांड) के 17 जवान भी इस हमले में शहीद हो गए. 28 जवान इस हमले में गंभीर रूप के घायल हुए हैं.
‘शहीदों को देश हमेशा याद रखेगा’
उरी में हुए आतंकी हमले की कड़ी निंदा की जानी चाहिए. यह एक कायराना हमला है. मैं देश को भरोसा दिलाता हूं कि जिन लोगों का भी हाथ इस घिनौने हमले के पीछे है, उन्हें सजा दी जाएगी. उरी के शहीदों की कुर्बानी को मैं सलाम करता हूं. उनकी निष्ठा को देश हमेशा याद रखेगा. उनके परिवारों को मैं सांत्वना देता हूं. हमले को लेकर मैंने गृहमंत्री और रक्षामंत्री से बात की है. रक्षामंत्री खुद जम्मू-कश्मीर जाकर स्थिति का जायजा लेंगे.प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
‘कमांडो ड्रेस पहने थे हमलावर’
आर्मी प्रवक्ता के मुताबिक, हेडक्वॉर्टर में लगे टेंट और अस्थायी शेल्टर में आग लगने से भारी नुकसान हुआ है. इससे कई लोग हताहत हुए.
- रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर घटना का जायजा लेने कश्मीर रवाना.
- आर्मी चीफ दलबीर सिंह कश्मीर पहुंचे, कुछ देर में करेंगे घायल जवानों से मुलाकात.
- उरी हेडक्वॉर्टर में करीब चार घंटे तक चली मुठभेड़.
- हेडक्वॉर्टर में सेना का सर्च ऑपरेशन अभी भी जारी है.
- इंडियन आर्मी के प्रवक्ता ने बताया कि सभी हमलावरों ने अपनी पहचान छिपाने के लिए इंडियन कमांडो जैसी ड्रेस पहनी थी.
हमले के बाद जम्मू-कश्मीर और पंजाब में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है.
उरी हमले के बाद हाई लेवल मीटिंग
हालात को देखते हुए गृहमंत्री राजनाथ सिंह अपने आवास पर एक उच्च स्तरीय मीटिंग की. इसमें वो गृह मंत्रालय और रक्षा मंत्रालय के बड़े अधिकारियों से मिले. साथ ही राजनाथ सिंह ने रूस और अमरिका का अपना दौरा रद्द कर दिया.
गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने गृह सचिव और गृह मंत्रालय के अन्य सीनियर अधिकारियों को जम्मू-कश्मीर के हालात पर नजर बनाए रखने के निर्देश दिए हैं.
उरी हमेशा से रहा है संवेदनशील इलाका
उरी शहर जम्मू-कश्मीर के बारामूला जिले में है और एलओसी के काफी पास है. इसे काफी संवेदनशील इलाका माना जाता है.
आतंकवादियों ने आर्मी शिविर के अंदर घुसकर वहां गोलीबारी की. फिर एक विस्फोट भी हुआ.वरिष्ठ पुलिस अधिकारी, उरी
यह हमला फौज की चूक का नतीजा?
इस मामले पर गौर करें, तो कहीं न कहीं आर्मी से भारी चूक हुई है.पीके सहगल, थलसेना के पूर्व लेफ्टीनेंट जनरल और रक्षा विशेषज्ञ
देखें उरी आर्मी ब्रिगेड हेडक्वॉर्टर पर हमले के कुछ शुरुआती विजुअल....
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