JNU में स्टूडेंट यूनियन के चुनाव चल रहे हैं. यहां महिलाओं के छोटे कपड़े पहनने पर बैन, यूनिवर्सिटी को ‘‘राष्ट्र विरोधी कामरेडों'' से बचाने और मांसाहार परोसने वाले रेस्टोरेंट को बंद कराने के वादे वाले पोस्टर लगाए गए हैं. कहा जा रहा है कि पोस्टर कथित तौर पर ABVP ने लगाया गया है.
हालांकि, छात्र संगठन ने इस तरह के पोस्टर जारी करने से साफ इनकार किया है. एबीवीपी के सौरभ शर्मा ने कहा, ‘‘लेफ्ट पार्टियां हमसे डरी हुई हैं और इसलिए हमारे खिलाफ ये गलत प्रचार किया जा रहा है. हमने इस तरह का कोई पोस्टर जारी नहीं किया है.''
इलेक्शन के दिन सामने आए पोस्टर
ABVP के ये कथित पोस्टर उसी दिन सामने आये हैं, जब राजनीतिक रूप से सक्रिय कैंपस में जेएनयू छात्र संघ के अहम पदों के लिये मतदान चल रहा है. पोस्टर में लिखा है, ‘‘रात में लड़कियों के लिये केंद्रीय पुस्तकालय की समयसीमा में कमी, लड़कियों के लिए सिर्फ भारतीय परिधान और अतिरिक्त छोटे कपड़ों की मनाही, लड़कों के हॉस्टल में लड़कियों की एंट्री पर रोक और जन्मदिन का कोई जश्न नहीं. यौन उत्पीड़न और छेड़छाड़ के मामलों को रोकने के लिये हमलोग इन सभी उपायों को सुनिश्चित करेंगे.''
गंगा ढाबा को लेकर भी ऐलान
पोस्टर में जो दूसरे चुनावी वादे किए गये हैं वो हैं, ‘‘जेएनयू को ‘‘आतंकवादियों और राष्ट्र विरोधी कामरेडों'' से बचाना, JNU परिसर में नॉन वेज पर बैन और गंगा ढाबा की समयसीमा को तय करना. घोषणापत्र में गंगा ढाबा को ‘‘वामपंथियों और छेड़छाड़ करने वालों का अड्डा'' बताया गया है.'' गंगा ढाबा कैंपस में स्थित एक रेस्टोरेंट है. जेएनयू छात्रसंघ चुनाव में एबीवीपी चार अहम पदों पर यूनाइटेड लेफ्ट के खिलाफ चुनाव लड़ रहा है. यूनाइटेड लेफ्ट कैंपस में सभी वाम दलों (एआईएसए, एआईएसएफ, डीएसएफ और एसएफआई) का गठबंधन है. वोटों की गिनती शुक्रवार रात को शुरू होगी और रविवार सुबह नतीजे घोषित होने का अनुमान है.
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