राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को “राष्ट्रपत्नी” कहे जाने पर कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी चौतरफा घिर गए हैं. हालांकि, इस मामले में उन्होंने अपनी सफाई पेश की है. उन्होंने कहा कि ये जुबान फिसलने से हुआ है. मैं व्यक्तिगत रूप से राष्ट्रपति से मिलकर इस मामले में माफी मांगूंगा.
राष्ट्रपति मुर्मू के खिलाफ विवादित टिप्पणी को लेकर कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी के खिलाफ मध्यप्रदेश के डिंडोरी में प्राथमिकी दर्ज की गयी है.
अधीर रंजन चौधरी के बयानों को बीजेपी राष्ट्रपति के अपमान की बात कहकर कांग्रेस को घेरने में लगी हुई है. संसद में केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा कि
द्रौपदी मुर्मू जब से राष्ट्रपति बनी हैं, तब से कांग्रेस उनका उपहास कर रही है. कांग्रेस ने उन्हें कठपुतली कहा, अशुभ और अमंगल का प्रतीक कहा. कांग्रेस आज भी इस बात को स्वीकार नहीं कर पा रही कि एक आदिवासी महिला इस देश के सर्वोच्च संवैधानिक पद को सुशोभित कर रही हैं. सोनिया गांधी द्वारा नियुक्त नेता सदन अधीर रंजन ने द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्र की पत्नी के रूप में संबोधित किया.
इसको लेकर संसद में ईरानी और सोनिया गांधी के बीच नोकझोंक भी देखने को मिली. दरअसल, सोनिया गांधी जब संसद परिसर में थीं तो बीजेपी की महिला सांसदों ने उन्हें रोककर बात करनी शुरू की. सांसद रमा देवी ने सोनिया गांधी से कहा कि आपके सांसद अधीर रंजन राष्ट्रपति के बारे में कैसे बयान दे रहे हैं. इस पर सोनिया गांधी ने कहा कि
अधीर रंजन ने माफी मांग ली है, लेकिन इस मामले में मेरा नाम क्यों लिया जा रहा है?
इतने में वहां मौजूद केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा कि मैडम मैं आपकी मदद कर सकती हूं, मैंने आपका नाम लिया था. इस पर सोनिया गांधी ने कहा की "डोंट टॉक टू मी". बस इसके बाद दोनों के बीच तू-तू, मैं-मैं शुरू हो गई. बहस बढ़ती देख सोनिया गांधी वहां से चली गईं. उनके जाने के बाद बीजेपी की महिला सांसदों ने नारेबाजी शुरू कर दी.
अधीर रंजन चौधरी के बयान का विरोध कर रहीं बीजेपी सांसद रमा देवी ने कहा कि
हम ये अपमान बर्दाश्त नहीं करेंगे. हम देश के तौर पर, एक महिला के तौर पर इसे सहन नहीं करेंगे. एक आदिवासी महिला के राष्ट्रपति बनने पर शर्म महसूस करना शर्म की बात है. उन्हें जरूर माफी मांगनी चाहिए.
इधर, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आरोप लगाया कि सोनिया ने बीजेपी की महिला सांसदों को धमकाया है. उन्होंने कहा कि सोनिया ने स्मृति समेत अन्य बीजेपी सांसदों से बुरा बर्ताव किया है. अधीर रंजन के मामले पर केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि
जुबान नहीं फिसली है, बल्कि भारत के राष्ट्रपति का अपमान करने के लिए ये जानबूझकर बोला गया है.
वहीं, केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने इसे आदिवासियों का अपमान बताया. उन्होंने कहा कि ये देश के आदिवासियों और राष्ट्रपति का अपमान है. उन्हें तुरंत माफी मांगनी चाहिए. सोनिया गांधी को ऐसे व्यक्ति को नियुक्त करने के लिए माफी मांगनी चाहिए.
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि
राष्ट्रपति के अपमान को लेकर पूरा देश आक्रोशित है, लेकिन कांग्रेस पार्टी हमारे जनजातीय समाज का बार-बार अपमान करती रही है. आज कांग्रेस की अध्यक्ष कहती हैं कि अधीर रंजन ने माफी मांगी, लेकिन अधीर रंजन कहते हैं कि मैं माफी क्यों मांगू?
कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने अधीर रंजन चौधरी के बयान पर कहा कि यह एक ग्रामेटिकल गलती है, उन्होंने इंटेनशनली नहीं कहा.
अधीर रंजन ने क्या कहा था?
दरअसल, बुधवार को अधीर रंजन चौधरी जब सदन से बाहर निकले तो मीडिया ने उनसे पूछा था कि आप राष्ट्रपति भवन जा रहे थे, पर जाने नहीं दिया गया. इस पर उन्होंने कहा था कि आज भी जाने की कोशिश करेंगे. हिंदुस्तान की 'राष्ट्रपत्नी' सबके लिए हैं. हमारे लिए क्यों नहीं.
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