देश के कई राज्यों में अग्निपथ योजना (Agnipath Scheme) के विरोध में हो रहे प्रदर्शनों के बीच अग्निवीरों के भर्ती की प्रक्रिया शुरू होने जा रही है. भारतीय सेना के टॉप अधिकारियों ने रविवार, 19 जून को प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए बताया कि अग्निपथ के पहले बैच के लिए जून से ही रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया शुरू की जाएगी. इसके एक महीने बाद अगले महीने से ऑनलाइन एग्जॉम प्रारंभ हो जाएगा.
24 जून से शुरू होगी भर्ती प्रक्रिया
भारतीय वायुसेना की तरफ से एयर मार्शल एसके झा ने बताया कि आईएएफ में 24 जून से भर्ती प्रक्रिया शुरू हो जाएगी. ऑनलाइन नोटिफिकेशन जारी की जाएगी. एक महीने बाद, 24 जुलाई से फेज 1 एग्जाम की प्रक्रिया शुरू होगी. दिसंबर के अंत तक अग्निवीरों के पहले बैच को एनरोल कर लेंगे. 30 दिसंबर से पहले बैच की ट्रेनिंग शुरू हो जाएगी.
अग्निवीरों की भर्ती के लिए होंगी रैलियां
भारतीय सेना अग्निपथ योजना के तहत करीब 40 हजार अग्निवीरों की भर्ती करने के लिए 83 रैलियां आयोजित करेगी. रिपोर्ट्स के मुताबिक अग्निवीरों के दूसरे बैच को अगले साल फरवरी तक सेना में शामिल किया जाएगा. करीब 25 हजार अग्निवीरों का पहला बैच दिसंबर के दौरान सेना में शामिल होगा. बता दें कि अग्निपथ योजना के तहत भर्ती रैलियां अगस्त, सितंबर और अक्टूबर में पूरे भारत में होंगी.
दिसंबर में शामिल होगा वायुसेना का पहला बैच
वायुसेना में अग्निवीरों का पहला बैच दिसंबर में शामिल किया जाएगा. रिपोर्ट्स के मुताबिक 30 दिसंबर को इसका प्रशिक्षण शुरू किया जाएगा. वायुसेना 24 जून को अग्निपथ योजना के तहत रजिस्ट्रेशन शुरू करेगी.
पुरुषों एवं महिलाओं दोनों की होगी भर्ती
हम अग्निपथ योजना के तहत पुरुषों एवं महिलाओं दोनों की भर्ती कर रहे हैं. अग्निवीरों का पहला बैच 21 नवंबर को प्रशिक्षण संस्थानों में रिपोर्ट करने लगेगा. भारतीय नौसेना जून तक अग्निपथ योजना के तहत भर्ती के ब्योरे के साथ आएगी.
अगले 4-5 सालों में एक लाख भर्ती की उम्मीद
लेफ्टिनेंट जनरल पुरी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि केंद्र योजना का विश्लेषण करने के लिए सेना के 46 हजार उम्मीदवारों की भर्ती के साथ शुरुआत करेगा. उन्होंने कहा कि अगले 4-5 सालों में, हमारी भर्ती (सैनिकों की) 50 हजार से 60 हजार होगी और बाद में बढ़कर 90 हजार से 1 लाख हो जाएगी. हमने बुनियादी क्षमता का निर्माण करने और योजना का विश्लेषण करने के लिए 46 हजार से छोटी शुरुआत की है.
सेना में सेवा के बाद रक्षा मंत्रालय में 10 फीसदी आरक्षण
सशस्त्र बलों में चार साल की सेवा समाप्त होने के बाद अग्निवीरों को सहायक उपाय प्रदान करने के लिए, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शनिवार को आवश्यक पात्रता को पूरा करने वाले अग्निवीरों के लिए रक्षा मंत्रालय में नौकरी की 10 प्रतिशत रिक्तियों को आरक्षित करने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी. सरकार ने यह भी ऐलान किया है कि 2022 के भर्ती के लिए अग्निवीरों की आयु सीमा को 21 वर्ष से बढ़ाकर 23 वर्ष करने का फैसला लिया गया है.
भर्ती के लिए CAPF और असम राइफल्स में 10 प्रतिशत आरक्षण
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने अग्निवीरों के लिए केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (CAPF) और असम राइफल्स में भर्ती के लिए 10 प्रतिशत रिक्तियों को रिजर्व करने का फैसला लिया है. गृह मंत्रालय ने ऐलान किया है कि सीएपीएफ और असम राइफल्स में भर्ती के लिए निर्धारित ऊपरी आयु सीमा से अधिक आयु में तीन साल की छूट दी जाएगी. अग्निवीरों के पहले बैच के लिए आयु में पांच वर्ष की छूट मिलेगी.
अग्निपथ योजना का हो रहा जमकर विरोध
भारतीय सेना में अग्निपथ योजना को लागू किए जाने के बाद देशभर में सेना में जाने की तैयारी कर रहे युवा सड़क पर आ गए हैं. प्रदर्शनकारी युवाओं की तरफ से जगह-जगह ट्रनों को फूंका जा रहा है. सरकारी संपत्तियों को नुकसान पहुंचाया जा रहा है. यही नहीं बिहार में प्रदर्शनकारियों ने बीजेपी नेताओं के घरों और कार्यालयों को भी निशाना बनाया.
अग्निपथ योजना को लेकर बिहार से उठी विरोध की चिंगारी 11 राज्यों में फैल चुकी है. बिहार, यूपी, दिल्ली, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, मध्यप्रदेश, जम्मू-कश्मीर, झारखंड और राजस्थान के बाद अब तेलंगाना में भी प्रदर्शन हुए हैं. बलिया, समस्तीपुर जैसे कई शहरों में प्रदर्शनकारियों ने ट्रेन को आग लगा दी.
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