भारतीय वायु सेना के पूर्व प्रमुख एसपी त्यागी का रिटायरमेंट के बाद दो बार इटली जाना केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) को खल रहा है. CBI 3600 करोड़ कीमत के अगस्ता वेस्टलैंड वीवीआईपी चॉपर मामले से जुड़े घूसखोरी के आरोपों की जांच कर रही है. सूत्रों ने बताया कि त्यागी ने पूछताछ के दौरान बताया है कि वह 2007 में अपनी सेवानिवृति के बाद 2008 से 2009 के बीच दो बार फ्लोरेंस, मिलान और वेनिस गए थे.
दूसरे दिन भी त्यागी से हुई पूछताछ
पूर्व एअर चीफ मार्शल के साथ सोमवार को सीबीआई ने पूछताछ की. ऐसा आरोप है कि इस सौदे को मूर्त रूप देने के लिए भारतीय अधिकारियों और नेताओं को घूस दी गई थी. पहचान जाहिर न होने देने की शर्त पर सीबीआई के जांचकर्ताओं ने को बताया कि वह त्यागी के इटली के तीन शहरों के दौरे का कारण अब तक नहीं जान पाए हैं, लेकिन उनका मानाना है कि यह कहीं न कहीं अगस्ता वेस्टलैंड मामले से जुड़ा है.
सूत्रों ने कहा कि सीबीआई यह भी पता लगाने की कोशिश मे हैं कि इटली दौरे के दौरान क्या त्यागी अगस्ता मामले में दलाल रहे गुइडो हाच्क और कार्लो गेरोसा से भी मिले थे या नहीं. वैसे 2004 से 2007 के बीच त्यागी भारत में इन दोनों से सात बार मिले थे.
त्यागी इटली और भारत में आरोपी हैं. त्यागी पर आरोप है कि उन्होंने चॉपर करार को मूर्त रूप देने के लिए इसका फ्लाइंग सीलिंग 6000 मीटर से घटाकर 4500 मीटर करने में मदद की थी.
त्यागी ने बार-बार कहा है कि फ्लाइंग सीलिंग कम करने का फैसला स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप (SPG) के अधिकारियों और प्रधानमंत्री कार्यालय से सलाह के बाद ही किया गया था. इस करार के तहत 12 हेलीकॉप्टर भारत लाए गए थे.
सीबीआई का कहना है कि सर्विस सिलिंग को कम करने के बाद ही ब्रिटेन की यह कम्पनी करार की शर्तो को पूरा करते दिख रही थी. फ्लाइंग सीलिंग सामान्य उड़ान के दौरान हेलीकॉप्टर की अधिकतम ऊंचाई से जुड़ा है.
अगर ऐसा नहीं हुआ होता तो फिर यह कम्पनी करार की शर्तो को पूरा करते नहीं दिख रही थी.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)