कभी मौसम की मार तो कभी आतंकवादी हमले.. कश्मीर घाटी की बर्फीली पहाड़ियों से होकर गुजरने वाली अमरनाथ यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं को कई दिक्कतें उठानी पड़ती हैं. लेकिन फिर भी भगवान शिव के नारे लगाते हुए लाखों श्रद्धालु इस यात्रा में शिरकत करते हैं. लेकिन इस साल आई रुकावट पहली बार नहीं है. बरसों से चलने वाली इस धार्मिक यात्रा को कई बार ऐसी मुश्किलों का सामना करना पड़ा है.
साल 2019 की अमरनाथ यात्रा 29 जून से शुरु होकर 15 अगस्त तक, यानी 46 दिन चलनी थी. लेकिन 2 अगस्त को जारी हुई जम्मू-कश्मीर सरकार की एडवाइजरी ने यात्रा को बीच में ही रोक दिया. आइये जानते हैं कि इससे पहले कब और क्यों इस धार्मिक यात्रा को मुश्किलों से गुजरना पड़ा.
25 जुलाई, 2017 को लोकसभा में दिए एक जवाब में उस वक्त के गृह राज्य मंत्री हंसराज अहीर ने सदन को बताया था:
साल 1990 से लेकर जुलाई 2017 तक अमरनाथ यात्रा पर 36 आतंकी हमले हुए जिनमें 53 लोगों की मौत हो गई और 167 लोग घायल हुए.हंसराज अहीर, पूर्व गृह राज्य मंत्री
वैसे पिछले 23 साल में पहली बार हुआ है जब बाबा बर्फानी के दर्शन केलिए गए श्रद्धालुओं को बीच में ही वापिस लौटना पड़ा है.
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