आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल का कार्यकाल एक साल के लिए और बढ़ गया है. अप्रैल 2019 में बतौर संयोजक उनका दूसरा कार्यकाल खत्म हो रहा था.
AAP की राष्ट्रीय परिषद की बैठक में परिषद के सभी सदस्यों के कार्यकाल को एक साल के लिए बढ़ाने का फैसला लिया गया है, जिससे अरविंद केजरीवाल का कार्यकाल भी एक साल के लिए बढ़ गया है.
अप्रैल 2019 में उनका दूसरा कार्यकाल खत्म होने जा रहा था. पार्टी ने इससे पहले ही बैठक कर कार्यकाल बढ़ाने का फैसला कर लिया. इससे साफ होता है कि आम आदमी पार्टी आने वाला लोकसभा चुनाव अरविंद केजरीवाल की अगुवाई में ही लड़ेगी.
आप के मौजूदा संविधान के मुताबिक कोई भी सदस्य पार्टी पदाधिकारी के तौर पर तीन-तीन सालों के दो कार्यकाल के बाद उस पद पर नहीं रह सकता.
पार्टी नेता पंकज गुप्ता ने बताया कि आने वाले लोकसभा और दिल्ली चुनावों को देखते हुए मौजूदा परिषद के कार्यकाल को एक साल तक के लिए बढ़ाने का प्रस्ताव सर्वसम्मति से पास हुआ. 'इसका मतलब है कि बतौर राष्ट्रीय कार्यकारिणी और संयोजक अरविंद केजरीवाल का कार्यकाल भी एक साल के लिए बढ़ गया है.'
क्या महागठबंधन में शामिल होगी AAP?
पार्टी के वरिष्ठ नेता गोपाल राय ने बैठक के बाद महागठबंधन में शामिल होने की ओर भी संकेत दिए. राय ने कहा कि पार्टी अगले लोकसभा चुनाव में मोदी सरकार को हटाने के लिए अन्य पार्टियों के साथ सहयोग करेगी. आम आदमी पार्टी अगले साल पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, गोवा और चंडीगढ़ में लोकसभा चुनाव लड़ेगी.
आप की राष्ट्रीय परिषद बैठक में किसानों की स्थिति, महिला सुरक्षा और राफेल फाइटर जेट सौदे जैसे मुद्दों पर चर्चा हुई. आप इन मुद्दों को 2019 के लोकसभा चुनावों में प्रचार के लिए उठाने की तैयारी में है.
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