साल 2017 के स्वतंत्रता दिवस की वो फोटो आपको याद है, जिसमें तीन बच्चे अपने स्कूल में सीने तक पानी में डूबे थे. उनके साथ पानी में उनके टीचर भी खड़े थे. वे सभी तिरंगे को सलामी दे रहे थे. असम के धुबरी की वो तस्वीर पूरे देश को देशभक्ति के भावना से भरने के लिए काफी थी. लेकिन अब एक चौंकाने वाली खबर आई है कि इनमें से एक बच्चे का नाम असम के नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटीजन्स (NRC) में शामिल नहीं है. मतलब वो इस देश का नागरिक है या नहीं इसपर अभी सरकारी मुहर नहीं लगी है.
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, इनमें से एक 10 साल के बच्चे हैदर खान का नाम असम में हाल में जारी एनआरसी के फाइनल ड्राफ्ट में शामिल नहीं है. लेकिन सबसे ज्यादा दिलचस्प बात यह है कि हैदर के अलावा उसके परिवार के सभी लोगों का नाम एनआरसी ड्राफ्ट में शामिल है.
धुबरी जिले के बरकलिया-नसकारा गांव में रहने वाले हैदर का कहना है, “मैं एनआरसी के बारे में नहीं जानता. इलाके के समझदार लोग जो बताएंगे, वही करूंगा.” वायरल फोटो के बारे में हैदर कहते हैं,
सब कुछ पानी में डूब गया था. स्कूल में जहां राष्ट्रीय झंडा फहराया जा रहा था, वहां बाकी बच्चे जाने से डर रहे थे. लेकिन जियारुल और मैं तैरकर उस जगह पहुंचे और झंडे को सलामी दी.
बता दें कि साल 2017 में असम में बाढ़ से 100 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी. जबकि 25 जिलों के 30 लाख से ज्यादा लोग इससे प्रभावित हुए थे. इन सबके बावजूद आजादी की सालगिरह मनाने के लिए यहां के लोग पीछे नहीं हटे.
इस फोटो को स्थानीय प्राइमरी स्कूल के एक टीचर मिजानुर रहमान ने अपलोड किया था और यह वायरल हो गया था.
बता दें कि असम ने 30 जुलाई को एनआरसी का दूसरा ड्राफ्ट जारी किया. इसमें से 40 लाख लोगों का नाम शामिल नहीं किया गया है. राज्य में रह रहे कुल 3.29 करोड़ आवेदकों में से 2.90 करोड़ नागरिक वैध पाए गए हैं.
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