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असम:BJP MLA की जीप से निकला EVM,कांग्रेस बोली-हारती पार्टी का खेल

चुनाव आयोग ने अपने 4 अधिकारियों के सस्पेंड कर दिया है.

Published
भारत
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असम में दूसरे चरण का मतदान खत्म होने के कुछ ही घंटों बाद, एक वीडियो सामने आया, जिसमें एक गाड़ी में इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) रखा हुआ था. आरोप लगा कि वो गाड़ी बीजेपी के विधायक कृष्णेंदु पॉल है और इसी गाड़ी में ईवीएम ले जाया जा रहा था.

अब इस मामले पर असम चुनाव आयोग ने जिला निर्वाचन अधिकारी से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है, साथ ही चुनाव आयोग ने अपने 4 अधिकारियों के सस्पेंड कर दिया है.

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दरअसल, ये मामला असम के करीमगंज के पथरकंडी विधानसभा क्षेत्र का है, जहां सफेद रंग की बोलेरो कार में EVM मिली है. गाड़ी में रखे ईवीएम का वीडियो असम के वरिष्ठ पत्रकार अतनु भुयान ने ट्वीट किया गया था, जिन्होंने यह भी बताया कि इस घटना के कारण "पथराखंडी में स्थिति तनावपूर्ण है."

वीडियो में दिख रहा है कि ईवीएम सफेद रंग की गाड़ी जिसका रजिस्ट्रेशन नंबर 0022 है उसमें रखा हुआ है. वीडियो में लोगों को यह कहते हुए सुना जा सकता है कि गाड़ी कृष्णेंदु पॉल की है.

2016 चुनाव में पॉल के चुनावी हलफनामे से पता चलता है कि रेजिस्ट्रेशन नंबर AS 10D 0022 की महिंद्रा एक्सयूवी 500 के मालिक पॉल हैं.
चुनाव आयोग ने अपने 4 अधिकारियों के सस्पेंड कर दिया है.

राहुल गांधी ने चुनाव आयोग और बीजेपी पर लगाया आरोप

कांग्रेस, AIUDF जैसे दलों ने इस मामले को लेकर बीजेपी ही नहीं, चुनाव आयोग पर भी सवाल उठाए हैं. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा,

EC की गाड़ी खराब, बीजेपी की नीयत खराब, लोकतंत्र की हालत खराब!”

वहीं प्रियंका गांधी वाड्रा ने बीजेपी पर हमला बोला है, प्रियंका गांधी ने ट्वीटकर कहा,

“हर बार चुनाव के दौरान ईवीएम को निजी वाहनों में ले जाते हुए पकड़े जाने पर कई चीजें एक होती हैं, पहला गाड़ी आमतौर पर बीजेपी उम्मीदवारों या उनके सहयोगियों की होती है. दूसरा, इस तरह के वीडियो को एक घटना के रूप में लिया जाता है और बाद में खारिज कर दिया जाता है. तीसरा, बीजेपी अपने मीडिया तंत्र का इस्तेमाल उन लोगों पर आरोप लगाने के लिए करती है जिन्होंने ईवीएम को निजी गाड़ियों में ले जाने के वीडियो को उजागर किया होता है. सच यह है कि इस तरह की कई घटनाओं की खबर दी जा रही है और उनके बारे में कुछ भी नहीं किया जा रहा है. चुनाव आयोग को इन शिकायतों पर निर्णायक रूप से कार्रवाई शुरू करने और सभी राष्ट्रीय दलों द्वारा ईवीएम पर पुनर्मूल्यांकन शुरू करने की आवश्यकता है.’
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चुनाव आयोग के तर्क

अब इस मामले पर चुनाव आयोग ने जवाब दिया है. चुनाव आयोग ने 4 अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया है. चुनाव आयोग ने कहा है कि ट्रांसपोर्ट प्रोटोकॉल के उल्लंघन पर प्रिसाइडिंग अफसर को इसके लिए कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है.

पीओ और 3 अन्य अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया. हालांकि ईवीएम की सील सही पाई गई थी लेकिन बूथ संख्या 149 पर दोबारा से मतदान करने का फैसला किया गया है.

इसके साथ ही चुनाव आयोग ने पूरे घटना को लेकर एक रिपोर्ट जारी की है. चुनाव आयोग ने कहा है कि पोलिंग पार्टी की गाड़ी का एक्सीडेंट हो गया था. ईवीएम के साथ एक पीठासीन अधिकारी और 3 मतदान कर्मी शामिल थे. उनके साथ एक कांस्टेबल और एक होमगार्ड भी थे. हालांकि, तब तक वहां भीड़ जमा हो गई थी और रात 9:45 बजे भीड़ द्वारा उन पर हमला किया गया और उन्हें बंधक बना लिया गया. जांच में पाया गया कि ईवीएम से जुड़े बीयू, सीयू और वीवीपीएटी को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है, और सील लगा हुआ है. सभी सामान स्ट्रांग रूम में जमा किए गए हैं.”

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