अयोध्या मामले में 9 नवंबर को फैसला सुनाने वाली सुप्रीम कोर्ट की पीठ के सभी सदस्य आज रात दिल्ली के होटल ताज मानसिंह में डिनर करेंगे. CJI रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली पीठ में न्यायमूर्ति एसए बोबडे, न्यायमूर्ति अशोक भूषण, न्यायमूर्ति डीवाई चंद्रचूड़ और न्यायमूर्ति एसए नजीर शामिल हैं. खबर है कि गोगोई फैसले को लेकर लगातार रही व्यस्तता के बाद पीठ के अन्य सदस्यों को राहत दिलाने के लिए उनके साथ बाहर जाना चाहते थे.
पांच सदस्यीय पीठ ने मामले की सुनवाई छह अगस्त को शुरू की थी, जिसके बाद 40 दिन तक हर दिन सुनवाई करने के बाद पीठ ने 17 अक्टूबर को अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था.
पीठ ने अपने फैसले में विवादित भूमि के अंदरूनी और बाहरी चबूतरे को एक ट्रस्ट के सदस्यों को मंदिर बनाने के लिए देने का फैसला किया है. इलाहाबाद हाईकोर्ट ने 2010 में अपने फैसले में विवादित 2.77 एकड़ जमीन को तीनों पक्षों- राम लला विराजमान, निर्मोही अखाड़ा और सुन्नी वक्फ बोर्ड में बराबर बांट दिया था. सुप्रीम कोर्ट की पीठ के सदस्यों ने सर्वसम्मति से इलाहाबाद हाईकोर्ट के फैसले को खारिज करते हुए विवादित जमीन राम लला को सौंप दी.
अयोध्या फैसला 1,045 पन्नों में लिखा गया है. पांच सदस्यीय पीठ ने केंद्र को निर्देश दिया है कि वह मुस्लिम पक्ष को अयोध्या में किसी प्रमुख स्थान पर मस्जिद के निर्माण के लिए पांच एकड़ भूमि दे.
CJI गोगोई ने फैसले से पहले 8 नवंबर को उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) से मुलाकात कर राज्य में कानून-व्यवस्था की जानकारी ली थी.
इसके बाद उसी दिन रात नौ बजे सुप्रीम कोर्ट ने अपनी वेबसाइट पर 9 नवंबर को फैसला सुनाने की अधिसूचना जारी कर दी.
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