भारत-इंग्लैंड के बीच शुरू होने वाले पांच टेस्ट मैचों की सीरीज पर खतरा मंडरा रहा है. बीसीसीआई ने इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड को खत लिखकर 9 नवंबर को आने वाली मेहमान टीम की खातिरदारी करने में असमर्थता जताई है.
दरअसल, किसी भी बाहरी टीम के भारत में आकर खेलने पर सारा खर्च बीसीसीआई को उठाना पड़ता है. सुप्रीम कोर्ट द्वारा लगाई गई कई पाबंदियों की वजह से बीसीसीआई ने MOU की शर्तों को मानने से इंकार कर दिया है.
बीसीसीआई सचिव अजय शिर्के ने इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड के ऑपरेशनल मैनेजर फिल नील को गुरुवार देर रात यह पत्र लिखा है.
बीसीसीआई आपका भारत में स्वागत करता है लेकिन सुप्रीम कोर्ट की बीसीसीआई पर कुछ पाबंदियों की वजह से BCCI और ECB के बीच साइन हुए MOU को लागू नहीं किया जा सकेगा.अजय शिर्के की ओर से लिखे गए खत का अंश
शिर्के ने खत में लिखा है कि बीसीसीआई ने लोढ़ा कमेटी से 28 अक्टुबर को MOU लागू करने की इजाजत मांगी थी लेकिन उनकी ओर से अभी तक इजाजत नहीं मिली है. कमेटी की तरफ से कोई भी आदेश आने पर आपको तुरंत बताया जाएगा.
शिर्के ने खत में लिखा है कि हमें मालूम है इंग्लैंड टीम के लिए यात्रा और होटल समेत कई सुविधाओं का अरेंजमेंट हो चुका है लेकिन बीसीसीआई इसका भुगतान करने में असमर्थ है. कृपया खर्चों की व्यवस्था खुद करें. बीसीसीआई इस कष्ट के लिए क्षमा चाहता है.
दरअसल, आने वाली 9 नवंबर से राजकोट में भारत-इंग्लैंड के बीच पांच टेस्ट मैचों के सीरीज की शुरुआत हो रही है.
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