बेंगलुरु के केजी हल्ली पुलिस स्टेशन में हुई हिंसा को लेकर अब एनआईए ने बड़ी कार्रवाई की है. एनआईए ने एसडीपीआई और पीएफआई के 17 नेताओं और एक्टिविस्ट को गिरफ्तार किया है. दावा है कि इन सभी का इस हिंसा को भड़काने में अहम रोल था. बता दें कि बेंगलुरु में एक कांग्रेस नेता के रिश्तेदार ने फेसबुक पोस्ट किया था, जिसे लेकर हिंसा भड़क गई थी और 3 लोगों की मौत हुई थी. साथ ही कई लोग और पुलिसकर्मी घायल हुए थे.
अब इस मामले को लेकर एनआईए की तरफ से गिरफ्तारियां हुई हैं. 12 अगस्त को केजी हल्ली पुलिस स्टेशन में इस हिंसा को लेकर एफआईआर दर्ज हुई. जिसके बाद 21 सितंबर 2020 को एनआईए ने मामला दर्ज किया. इन 17 लोगों की गिरफ्तारियों को लेकर एनआईए की तरफ से बताया गया कि,
किन लोगों के नाम आए सामने?
अब तक की जांच से पता चला है कि एसडीपीआई नेता मोहम्मद शरीफ (अध्यक्ष, बेंगलुरु डिस्ट्रिक्ट), इमरान अहमद (अध्यक्ष, केजी हल्ली वार्ड) ने दूसरे सीनयर नेताओं के साथ जिनमें, रुबाह वक्स, शब्बर खान और शेख अजमल के साथ मिलकर मीटिंग की थी. जिसमें भीड़ को भड़काने की साजिश हुई. जिसके तहत भीड़ को केजी हल्ली पुलिस स्टेशन पर जमा करना और फिर पुलिस और पब्लिक प्रॉपर्टी को ज्यादा से ज्यादा नुकसान करने की बात कही गई.
सोशल मीडिया का भी इस्तेमाल
एनआईए ने बताया है कि इन तमाम लोगों ने हिंसा फैलाने के लिए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म- फेसबुक, इंस्टाग्राम और वॉट्सऐप का इस्तेमाल भी किया. आरोपी सद्दाम और सैयद सोहिल लगातार सोशल मीडिया पर एक्टिव थे और लोगों को पुलिस स्टेशन पर इकट्ठा होने के लिए कह रहे थे.
बता दें कि अब तक इस पूरे मामले में कुल 187 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. एनआईए का कहना है कि जांच अभी लगातार जारी है. यानी आगे भी इस मामले में लोगों की गिरफ्तारियां हो सकती हैं.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)