प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कहा कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ उनकी बातचीत से दोनों देशों के बीच विशेष णनीतिक साझेदारी में मजबूती आएगी. रूस के दौरे पर जाने से पहले मोदी ने कहा,
रूस के लोगों का अभिनंदन. मैं कल (सोमवार) सोची के दौरे पर जाने, राष्ट्रपति पुतिन से अपनी मुलाकात का खुशी से इंतजार कर रहा हूं. उनसे मिलना हमेशा खुशी देता है.
अनौपचारिक शिखर सम्मेलन के लिए जा रहे हैं मोदी
पीएम मोदी ने कहा, मेरा विश्वास है कि राष्ट्रपति पुतिन के साथ बातचीत से आगे भारत और रूस के बीच रणनीतिक साझेदारी में मजबूती आएगी. सरकार की ओर से कहा गया है कि पुतिन के बुलाने पर मोदी सोची में एक अनौपचारिक शिखर सम्मेलन के लिए रूस दौरे पर जा रहे हैं.
मोदी-पुतिन मुलाकात में क्या होगा खास?
आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक मोदी और पुतिन के बीच ‘ बिना किसी एजेंडे ' की भी बातचीत होगी. करीब 4 से 6 घंटों की इस मुलाकात में द्विपक्षीय मुद्दों पर बातचीत की संभावना बेहद कम है।.इस दौरान दोनों नेताओं के बीच बातचीत के मुद्दों में ईरान के साथ परमाणु समझौते से अमेरिका के हटने से भारत और रूस पर पड़ने वाले आर्थिक असर , सीरिया और अफगानिस्तान के हालात , आतंकवाद के खतरे औरआगामी शंघाई सहयोग संगठन (SCO) और ब्रिक्स सम्मेलन से जुड़े मामलों के शामिल होने की संभावना है.
इस बीच सूत्रों ने साफ किया कि भारत रूस के साथ अपने रक्षा सहयोग को निर्देशित करने की किसी दूसरे देश को इजाजत कभी नहीं देगा. पुतिन और मोदी के बीच अनौपचारिक बैठक का मकसद दोनों देशों के बीच मैत्री और आपसी भरोसे का इस्तेमाल कर वैश्विक और क्षेत्रीय स्तर के अहम मुद्दों पर आम राय कायम करना है. इस दौरान दोनों नेता भारत रूस असैन्य परमाणु सहयोग को दूसरे देशों तक आगे बढ़ाने पर भी चर्चा कर सकते हैं.
(इनपुट: एजेंसी)
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