ADVERTISEMENTREMOVE AD

बिहार: JDU बोली, नीतीश कुमार PM मैटेरियल, NDA में कॉर्डिनेशन कमेटी बने

पेगासस जासूसी मामले में जांच की मांग हो या फिर जाति जनगणना का मुद्दा, जेडीयू बीजेपी से अलग राह पर चल रही है.

Updated
भारत
2 min read
story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा
Hindi Female

क्या बिहार में बीजेपी और जेडीयू के बीच सबकुछ ठीक है? लगता तो नहीं. इसलिए ही शायद नीतीश कुमार (Nitish Kumar) की जेडीयू ने राज्य और केंद्र स्तर पर एनडीए समन्वय समिति (कॉर्डिनेशन कमेटी) गठित बनाने की आवाज उठाई है. बिहार की राजधानी पटना में जनता दल यूनाइटेड (JDU) की राष्ट्रीय परिषद की बैठक हुई. इस दौरान सिर्फ समन्वय समिति ही नहीं बल्कि नीतीश कुमार को पीएम मटेरियल भी बताया गया.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

बैठक के दौरान जेडीयू के वरिष्ठ नेता केसी त्यागी (KC Tyagi) ने कहा,

'नीतीश कुमार के अंदर प्रधानमंत्री पद की सारी योग्यताएं हैं. उनमें वो सभी क्वालिटी और गुण मौजूद हैं, जो प्रधानमंत्री पद के लिए आवश्यक है.'

वहीं बैठक के बाद जब सीएम नीतीश कुमार बाहर जाने लगे तो समर्थकों ने ‘देश का पीएम कैसा हो नीतीश कुमार जैसा हो’ जैसे नारे भी लगाए.

हालांकि केसी त्यागी ने ये भी कहा कि कि नीतीश कुमार प्रधानमंत्री पद के दावेदार नहीं हैं. हम एनडीए में हैं और नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ही हमारे प्रधानमंत्री हैं.

नीतीश ने पीएम मटेरियल के सवाल पर क्या कहा

वहीं जब मीडिया ने नीतीश कुमार से पीएम बनने पर सवाल किया तो मुख्यमंत्री ने मुस्कराते हुए जवाब दिया कि मुझे इसमें कोई रूचि नहीं है. मैं अपना काम करता हूं.

समन्वय समिति का क्या मतलब है

बैठक में समन्वय समिति बनाने को लेकर भी चर्चा हुई. जेडीयू के वरिष्ठ नेता केसी त्यागी (KC Tyagi) ने समन्वय समिति पर कहा, “जिस तरह अटल बिहारी वाजपेयी सरकार के दौरान एनडीए की एक समन्वय समिति थी, हम अब इसी तरह की एक समिति का स्वागत करेंगे जो कई मुद्दों पर चर्चा करेगी. जिन मुद्दों पर हम अलग हैं. यह गठबंधन के सुचारू कामकाज में मदद करेगा और एनडीए गठबंधन के नेताओं की अनुचित टिप्पणियों पर भी लगाम लगाएगा.”

बता दें कि पिछले कुछ समय से बीजेपी और जेडीयू कई मुद्दों पर अलग नजर आ रही है. चाहे पेगासस स्पाइवेयर जासूसी मामले की जांच की मांग हो या फिर जाति जनगणना के मुद्दे पर विपक्षी दल आरजेडी के साथ नीतीश कुमार का पीएम मोदी से मिलना हो.

यही नहीं जनसंख्या कानून को लेकर भी बीजेपी और जेडीयू के सुर अलग-अलग रहे हैं.

(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)

0
Published: 
सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
अधिक पढ़ें
×
×