बॉलीवुड एक्टर दीपिका पादुकोण के जेएनयू जाने पर बड़ा विवाद खड़ा हो गया है. जहां कई लोगों ने उनका समर्थन किया है, तो वहीं कई दीपिका के खिलाफ खड़े हो गए हैं. असम के वित्त मंत्री हिमंत बिस्वा शर्मा ने भी दीपिका के जेएनयू जाने पर हमला बोला है. बिस्वा ने कहा कि वो लाइमलाइट लेने के लिए जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी गई थीं.
‘जब फिल्म रिलीज होने वाली होती है, तो फिल्म स्टार्स कॉन्ट्रोवर्शियल बनना चाहते हैं. मुझे लगता है कि उन्होंने ऐसा लाइमलाइट में आने के लिए किया.’हिमंत बिस्वा शर्मा, वित्त मंत्री, असम
बिस्वा ने कहा कि लेफ्ट से जुड़े हुए संस्थानों ने कैंपस में असहिष्णुता का माहौल बनाया है.
जेएनयू जाने पर कई लोगों ने दीपिका की आलोचना की है. बीजेपी दिल्ली के प्रवक्ता तजिंदरपाल सिंह बग्गा ने ट्विटर पर लोगों से उनकी फिल्म 'छपाक' को बॉयकॉट करने को कहा.
वहीं, केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि ये लोकतांत्रिक देश है और हर आर्टिस्ट को कहीं भी जाने और अपने विचार रखने का अधिकार है.
'मस्तानी की तरह काम न करें दीपिका'
वहीं महाराष्ट्र बीजेपी के नेता आशिष शेलर ने दीपिका को नसीहत देते हुए कहा कि वो 'मस्तानी' की तरह काम न करें. उन्होंने कहा, 'पर्दे पर डायरेक्टर के निर्देश में वॉरियर मस्तानी का रोल निभाना आसान था, लेकिन जब असल जिंदगी में आप वॉरियर बनान चाहें, तो ये ध्यान रखें कि किसी छिपे एजेंडे का खिलौना तो नहीं बन रहे हैं.'
जहां कई लोग दीपिका के विरोध में बोल रहे हैं और #BoycottChhapaak जैसे हैशटैग्स ट्रेंड कर रहे हैं, वहीं बॉलीवुड दीपिका के साथ खड़ा है. अनुराग कश्यप, स्वरा भास्कर, भूमि पेडनेकर, अनुभव सिन्हा, सिमी ग्रेवाल जैसे सितारों ने दीपिका को सपोर्ट किया है और उनके जेएनयू जाकर छात्रों के साथ खड़े रहने की तारीफ की है.
‘छपाक’ में दीपिका के को-स्टार विक्रांत मैसी ने भी ट्विटर पर दीपिका की तारीफ करते हुए लिखा- गर्व से सीना चौड़ा हो गया.
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