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ब्लू व्हेल चैलेंज: गेम के खूनी शिकंजे में फंसे दो और नाबालिग

ऑनलाइन कंप्यूटर और मोबाइल गेम ‘’ब्लूव्हेल चैलेंज’’ पर केंद्र सरकार ने लगाई रोक

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खूनी खेल ब्लू व्हेल चैलेंज का कहर जारी है. इस खेल के तहत दो नाबालिग बच्चों ने खुद को खत्म करने की कोशिश की. राजस्थान के जोधपुर में 17 साल की एक लड़की ने इसी खेल में फंस कर दूसरी बार अपनी जान लेने की कोशिश की.

इस लड़की ने कुछ ही दिन पहले ब्लू व्हेल चैलेंज के तहत कैलाना झील में कूदकर आत्महत्या की कोशिश की थी लेकिन उसे बचा लिया गया था.

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दसवीं क्लास की इस छात्रा ने अपने पैरेंट्स को बताया कि वह अपनी फ्रेंड से मिलने जा रही है. पुलिस के अनुसार, लड़की ने सोमवार की रात को अपनी बांह पर व्हेल मछली की इमेज बनाई और झील में कूदने से पहले अपना मोबाइल फोन फेंक दिया था.

बुधवार को एक बार फिर इस लड़की ने अपने घर पर कुछ गोलियां खाकर आत्महत्या करने की कोशिश की. उसे अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उसकी हालत खतरे से बाहर बताई है.

पठनकोट में भी ब्लू व्हेल का कहर

पठानकोट में 16 साल एक लड़का ब्लू व्हेल चैलेंज के तहत पंखे से लटककर आत्महत्या करने की कोशिश की. उसके परिवार वालों का कहना है कि लड़के का पिछले कुछ दिनों से व्यवहार असामान्य हो गया था.

पठानकोट के अस्पताल में भर्ती इस लड़की की काउंसलिंग की गई, जिस दौरान उसने बताया कि वह ब्लू व्हेल गेम खेल रहा था. इसके चैलेंज के तहत उसने अपनी किताबें जला दीं और वह छत से कूद गया. डॉक्टर ने बताया, “चैलेंज में लड़के से कहा गया था कि अगर उसने आत्महत्या नहीं की तो उसके परिवार वालों की जान जा सकती है.”

केंद्र सरकार ने गेम पर लगाया बैन

केंद्र सरकार ने ऑनलाइन कंप्यूटर और मोबाइल गेम ''ब्लूव्हेल चैलेंज'' पर रोक लगा दी है. सरकार ने बच्चों पर दुष्प्रभावों की शिकायत के बाद इस गेम पर रोक लगाते हुये प्रमुख सर्च इंजन और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को यह गेम डाउनलोड करने संबंधी लिंक हटाने को कहा है.

यह भी पढे़ं: ब्लूव्हेल चैलेंज गेम को सरकार ने किया बैन

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