ब्रिटिश हाई कमीशन ने 2 दिसंबर को भारत के ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन को गणतंत्र दिवस परेड में न्योता देने की रिपोर्ट्स पर जवाब दिया. हाई कमीशन ने न्यूज एजेंसी ANI से कहा कि वो न ही इस बात की पुष्टि कर सकते हैं और न ही इससे इनकार कर सकते हैं.
हालांकि, ANI के मुताबिक हाई कमीशन ने कहा कि 'पीएम बोरिस जॉनसन जितनी जल्दी हो पाएगा भारत दौर पर आएंगे.'
ब्रिटिश प्रधानमंत्री के भारत आने की खबर उसी दिन सामने आई, जिस दिन यूनाइटेड किंगडम ने Pfizer-BioNTech वैक्सीन को 'अगले हफ्ते' से रोलऑउट की मंजूरी दी.
जॉनसन ने वैक्सीन को मंजूरी मिलने की खबर को 'शानदार' बताया और कहा कि इससे जिंदगी दोबारा से सामान्य होने में मदद मिलेगी.
27 नवंबर को पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा था कि उन्होंने अपने 'दोस्त' यूके के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन के साथ अगले दशक में भारत-यूके संबंधों के लिए एक महत्वाकांक्षी रोड मैप पर 'बहुत अच्छी बातचीत' की है.
पीएम मोदी ने ट्वीट में लिखा था, “कोरोना वायरस से लड़ाई समेत ट्रेड और निवेश, डिफेंस और सिक्योरिटी, क्लाइमेट चेंज जैसे सभी एरिया में कोऑपरेशन के लिए एक लंबी छलांग की तरफ काम करने पर राजी हुए हैं.”
भारत में गणतंत्र दिवस की परेड में हिस्सा लेने वाले आखिरी ब्रिटिश पीएम जॉन मेजर थे. वो साल 1993 में भारत आए थे.
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