राजस्थान में राजनैतिक संकट जारी है. कांग्रेस ने राज्यपाल कलराज मिश्र को कैबिनेट का रिवाइज्ड नोट भेजा है और विधानसभा सत्र बुलाने की मांग की है. एजेंडे पर कोरोना वायरस को रखा गया है, इसलिए प्रस्ताव में फ्लोर टेस्ट करवाए जाने का जिक्र नहीं है. हालांकि अगर फ्लोर टेस्ट होता है तो कांग्रेस को बहुजन समाज पार्टी (BSP) के विधायकों का समर्थन नहीं मिलेगा. BSP ने इसके लिए व्हिप जारी कर दी है.
BSP ने अपने राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा के जरिए राजस्थान में अपने छह विधायकों के लिए व्हिप जारी की है. पार्टी ने साफ किया है कि अगर विधानसभा में कांग्रेस के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया जाता है तो विधायकों को कांग्रेस के खिलाफ वोट करना है. BSP ने व्हिप में कहा है कि विधानसभा की किसी भी प्रोसीडिंग में कांग्रेस के खिलाफ ही वोट करना है.
BSP ने साफ कहा है कि अगर कोई भी विधायक व्हिप का उल्लंघन करेगा तो उसे अयोग्य करार दिया जाएगा. राजस्थान विधानसभा में BSP के छह विधायक हैं. आर गुढ़ा, लखन सिंह, दीप चंद, जेएस अवाना, संदीप कुमार और वाजिब अली को अलग-अलग नोटिस भी दिया गया है.
BSP के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा ने कहा, "छह विधायकों को अलग-अलग और साथ में नोटिस जारी किया गया है. क्योंकि BSP एक राष्ट्रीय पार्टी है इसलिए राज्य स्तर पर कोई विलय नहीं हो सकता, जब तक कि राष्ट्रीय स्तर पर कोई विलय नहीं होता है. अगर उन्होंने व्हिप का उल्लंघन किया तो उन्हें अयोग्य ठहरा दिया जाएगा."
कांग्रेस की धोखा देने की प्रवृत्ति है, अभी से नहीं शुरू से ही. इन्होंने डा भीमराव अंबेडकर को चुनाव में हराने का काम किया था. कांग्रेस पार्टी एक बार नहीं अनेकों बार यही काम करती आ रही है.सतीश चंद्र मिश्रा, BSP के राष्ट्रीय महासचिव
मिश्रा ने कहा कि कांग्रेस ने हमारे विधायकों को राजस्थान में बंदी बना रखा है, लेकिन आज हमने सबको व्यक्तिगत तौर पर और संयुक्त तौर पर नोटिस दिया है. मिश्रा ने कहा कि पार्टी ने राज्यपाल को भी उसकी कॉपी दी है.
(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)