देशभर में CAA, NRC और NPR के खिलाफ विरोध प्रदर्शनों के बीच, कई बीजेपी नेताओं ने मोदी सरकार और सरकारी योजनाओं का विरोध करने वालों के खिलाफ नफरत भरे बयान दिए. कर्नाटक के टूरिज्म मंत्री सीटी रवि से लेकर सोमशेखर रेड्डी, बीजेपी नेताओं के बयान शर्मनाक हैं. रघुराज सिंह और अमिताभ सिन्हा ने तो खुली धमकी दे डाली.
बीजेपी लीडरशिप इसपर अब तक चुप है? क्यों इन नेताओं के खिलाफ अब तक कार्रवाई नहीं की गई है?
सीटी रवि
19 दिसंबर को, कर्नाटक के टूरिज्म और कल्चर मंत्री सीटी रवि ने कहा कि अगर 'बहुसंख्यकों ने अपना संयम खोया' तो गोधरा जैसी घटनाएं दोबारा हो सकती हैं.
कांग्रेस विधायक यूटी कादेर को जवाब देते हुए रवि ने कहा, 'मुझे लगता है कि कादेर जानते हैं कि अगर कोई प्रतिक्रिया होती है, उन्होंने देखा है कि क्या हुआ, जब लोगों ने गोधरा में ट्रेन में आग लगने के बाद क्या किया था.'
रघुराज सिंह
उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री रघुराज सिंह ने एक विवादित बयान में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यानाथ के खिलाफ नारेबाजी करने वालों को 'जिंदा दफन' कर दिया जाएगा.
अमिताभ सिन्हा
बीजेपी प्रवक्ता अमिताभ सिन्हा ने न्यूज चैनल इंडिया टुडे की एक डिबेट में कन्हैया कुमार को 'ठोकने' की धमकी दी.
जी सोमरशेखर रेड्डी
कर्नाटक में नागरिकता कानून के समर्थन में एक रैली में बीजेपी विधायक जी सोमशेखर रेड्डी ने कहा अल्पसंख्यकों को धमकी दी.
दिलीप घोष
पश्चिम बंगाल में भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष दिलीप घोष नागरिकता संसोधन कानून और एनआरसी के खिलाफ प्रदर्शन करने वाले लोगों को लाठी और गोली मारने की धमकी दी.
हरदीप सिंह पुरी
केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि सीएए के खिलाफ भ्रम फैलाना विश्वासघात है.
बीजेपी नेता खुले तौर पर नफरत भरी बयानबाजी कर रहे हैं, लेकिन उनके खिलाफ कोई एक्शन नहीं लिया जा रहा है.
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