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CAA प्रदर्शन। फूट डालो, राज करो: नेताजी अब तो ये बंद कर दो!

छात्र, महिलाएं, आम लोग सड़कों पर उतर रहे हैं. जानते हैं क्यों? जरा इन नेताओं की बयानबाजी देख लीजिए

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भारत
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वीडियो एडिटर: संदीप गुप्ता

देशभर में CAA के खिलाफ जो प्रदर्शन चल रहे हैं, वो आम तौर पर किसी सियासी पार्टी से जुड़े नहीं है. छात्र, महिलाएं, आम लोग सड़कों पर उतर रहे हैं. जानते हैं क्यों? जरा असदुद्दीन ओवैसी के भाई अकबरूद्दीन ओवैसी का बयान पढ़ लीजिए.

जो तुमसे कागज मांगे उससे कहना कि मुसलमानों ने 800 सालों तक इस मुल्क में हुक्मरानी और जांबाजी की है. मेरे आबा और जात ने इस मुल्क को कुतुबमीनार, चार मिनार, मक्का, जामा मस्जिद दिया है. हिंदुस्तान का वजीरे आजम जिस लाल किले पर झंडा फहराता है वो भी मेरे आबा ने दिया है. ये सब मेरे आबा और दादा ने बनाया, तेरे बाप ने क्या बनाया?
अकबरूद्दीन ओवैसी, सांसद, AIMIM
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इस पर बीजेपी के संबित पात्रा ने जवाब दिया - अकबरुद्दीन से ये पूछना चाहिए कि ये सवाल उन्होंने किससे पूछा था.

फिर ओवैसी Vs बीजेपी

झट से असदुद्दीन ओवैसी ने मोर्चा संभाला. उन्होंने कहा -“मेरे भाई ने ये बयान देकर बहुत बड़ी गलती की है, बल्कि उसे तो ये कहना चाहिए था कि ताजमहल, कुतुबमीनार, चार मिनार, मक्का, जामा मस्जिद को साल 2014 के बाद बनाया गया है.”

बीजेपी के एक और नेता का जवाब आया - मुसलमानों ने भारत को 800 साल तक लूटा है. खुद केंद्रीय मंत्री गिरीराज सिंह ने कहा -वो मुगल लुटेरे थे. आप भारत को डराने का काम नहीं करें. जिन्ना के रास्ते पर ना चलें. भारतवंशी अब जाग चुके हैं

ऐसी बयानबाजी क्या कहती है?

जरा सोचिए कि जिस CAA और NRC के खिलाफ देश भर में लोग सड़कों पर उतरे हैं. जिसको लेकर सुप्रीम कोर्ट में 144 याचिकाएं डाली गई हैं. और जिसपर सुप्रीम कोर्ट ये फैसला करने वाला है कि इसको लेकर संविधान पीठ में सुनवाई हो या न हो. उसको लेकर हमारे नेता किस तरह के बयानबाजी कर रहे हैं?

CAA का विरोध करने वाले मूल रूप ये कह रहे हैं कि देश को धर्मों में न बांटो. हमें आपस में न बांटों और ये नेता ठीक इसी के उलट काम कर रहे हैं.अभी के हालात से इनकी सियासी रोटियां नहीं सिक रही हैं तो ये गड़े मुर्दे उखाड़ रही हैं.

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अब जरा यूपी के सीएम आदित्यनाथ योगी की बात सुन लीजिए. उन्होंने कहा है जो लोग प्रदर्शन के नाम पर आजादी के नारे लगाएंगे उनके खिलाफ देशद्रोह का मामला चलेगा. उनकी अगली बात तो और भी आपत्तिजनक है. उन्होंने कहा है - लोगों ने महिलाओं को चौराहों पर बिठा दिया है और पुरुष खुद रजाइयों में पड़े हैं. एक सीएम होने के नाते आखिर ये किस तरह का बयान है?

अपने घर की महिलाओं को चौराहे-चौराहे पर बिठाना शुरू कर दिया है, कितना बड़ा अपराध है कि पुरुष घर में रजाई ओढ़ कर सो रहा है और महिलाओं को आगे कर चौराहे-चौराहे पर बैठाया जा रहा है.
योगी आदित्यनाथ, मुख्यमंत्री, यूपी

दरअसल इन बयानों को देने वाले किसी नेता को न तो देश के आज की चिंता है और न ही आने वाले कल की. इन्हें न तो CAA के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोगों की शिकायत से कोई वास्ता है और न ही इन प्रदर्शनों को गलत बताने लोगों से कोई मोह है. ये अपनी राजनीति चमकाने में लगे हैं. और शायद यही वजह है कि CAA के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे ज्यादातर लोग खुद को सियासत से दूर रख रहे हैं. वास्तव में भारतवंशी अब जाग गए हैं. वो नेताओं को पहचान गए हैं.

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