केंद्र सरकार ने बुधवार को फसल वर्ष 2018-19 (जुलाई-जून) की रबी फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य यानी एमएसपी का ऐलान कर दिया है. केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में गेहूं, चना, सरसों, जौ और मसूर की एमएसपी में बढ़ोतरी को मंजूरी दी गई है.
एमएसपी को कृषि सलाहकार निकाय (सीएसीपी) की सिफारिशों के आधार पर बढ़ा दिया गया है और यह फसलों के उत्पादन लागत से कम से कम 50 प्रतिशत ऊंचा मूल्य दिलाने के सरकार की घोषणा के मुताबिक ही है.
किसकी MSP कितनी बढ़ी?
गेहूं के एमएसपी में 105 रुपये प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी कर इसे 1,840 रुपये प्रति क्विंटल करने को मंजूरी दी गई है. इसी तरह चने की एमएसपी 220 रुपए प्रति क्विंटल, मसूर की 225 रुपए प्रति क्विंटल और सरसों की 200 रुपए प्रति क्विंटल प्रति क्विंटल बढ़ी है.
कैबिनेट की बैठक के बाद कृषि मंत्री राधामोहन सिंह ने मीडिया से कहा कि सरकार का लक्ष्य किसानों की आय दोगुनी करना है. रबी फसल की एमएसपी बढ़ाने से किसानों को 62,635 करोड़ रुपये की अतिरिक्त आमदनी होगी.
उन्होंने बताया कि गेहूं का कृषि उत्पादन लागत मूल्य 866 रुपये प्रति क्विंटल है, जबकि इसके एमएसपी के निधार्रण में 112 प्रतिशत की बढ़ोतरी की गई है. चने का उत्पादन लागत मूल्य 2637 रुपये प्रति क्विंटल है, जबकि इसके एमएसपी में 75 प्रतिशत की बढ़ोतरी की गई है.
मसूर का उत्पादन लागत 2532 रुपये प्रति क्विंटल है, जबकि इसके एमएसपी में 67 प्रतिशत से ज्यादा की बढ़ोतरी कर 4475 रुपये प्रति क्विंटल किया गया है. इसी तरह सरसों का उत्पादन लागत 2212 रुपये प्रति क्विंटल है, जबकि इसका एमएसपी 89 प्रतिशत बढ़ाकर 4200 रुपये प्रति क्विंटल तय किया गया है.
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