पश्चिम बंगाल के हुगली में तेलिनीपारा इलाके में हुई झड़प मामले में पुलिस ने 125 लोगों को गिरफ्तार किया है. DCP हेडक्वार्टर्स सुब्रत गंगोपाध्याय ने 15 मई को बताया कि अब तेलिनीपारा इलाके में स्थिति सामान्य है. DCP ने कहा कि पुलिस को इलाके से भारी मात्रा में बम मिले हैं. सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक वीडियो पोस्ट करने के मामले में एक महिला को भी गिरफ्तार किया गया है. पुलिस ने बताया कि मामले की जांच जारी है.
इलाके में कई लोगों के कोरोना वायरस पॉजिटिव पाए जाने के बाद दो समुदायों के बीच 10 मई से चल रहे तनाव के बाद 12 मई को धारा 144 लागू कर दी गई.
स्थानीय सूत्रों के मुताबिक, इलाके के कंटेनमेंट को लेकर शुरू हुई झड़प में देसी बम फेंके गए. रिपोर्ट्स का कहना है कि इलाके में भारी पुलिस बल की तैनाती की गई और रैपिड एक्शन फोर्स (RAF) ने शांति मार्च किया.
DCP हेडक्वार्टर्स सुब्रत गंगोपाध्याय ने क्विंट को बताया, " मामला 10 मई से शुरू हुआ था. दो समुदायों के बीच झड़प हुई थी. हमने स्थिति को संभाल लिया है. सोमवार को सब ठीक था, लेकिन मंगलवार को चीजें फिर बिगड़ गई. जरूर कोई प्लानिंग हुई होगी."
कैसे शुरू हुआ विवाद?
स्थानीय सूत्रों का कहना है कि कुछ दिन पहले तेलिनीपारा के कई लोगों के कोरोना वायरस पॉजिटिव आने के बाद दिक्कत शुरू हुई. इसके बाद पुलिस ने पूरे इलाके को लॉकडाउन का पालन करने को कहा. फिर 10 मई को जब पुलिस ने देखा कि लॉकडाउन का पालन नहीं हो रहा है, तो उन्होंने पॉजिटिव पाए गए लोगों को आइसोलेशन वॉर्ड ले जाने की कोशिश की. इस दौरान इलाके की बैरिकेडिंग हुई.
सूत्रों ने बताया कि जब पुलिस ने संक्रमित लोगों को ले जाना चाहा, तो स्थानीय लोगों ने विरोध किया. इसके बाद पास की लोकैलिटी के लोग इलाके में आ गए और मांग करने लगे कि यहां से किसी को भी बाहर जाने की इजाजत नहीं मिलनी चाहिए.
दूसरी लोकैलिटी से आए लोगों ने इलाके की अपनी बैरिकेडिंग शुरू कर दी, जिसके बाद दो समूहों में झड़प हो गई. देसी बम फेंके गए, दुकानों में तोड़फोड़ हुई और वाहनों को नुकसान पहुंचाया गया.
राज्य सरकार, बीजेपी में तनातनी
11 मई को राज्य के गृह सचिव अलपन बंदोपाध्याय ने एक ट्वीट में कहा, "10 मई को तेलिनीपारा में शांति भंग करने वालों के खिलाफ एक्शन लिया गया. स्थिति को तुरंत कंट्रोल में लाया गया. तेलिनीपारा में शांति है."
इस ट्वीट के कुछ घंटों बाद ही तेलिनीपारा में झड़प की फिर से खबर आईं.
बीजेपी ने इसे 'सांप्रदायिक झड़प' बताते हुए राज्य सरकार पर निशाना साधा और कहा कि कानून-व्यवस्था की धज्जियां उड़ गई हैं. राज्य में बीजेपी के अध्यक्ष दिलीप घोष ने 11 मई को ट्वीट किया, "जब पुलिस ने मालदा और तेलिनीपारा में एक समुदाय के COVID-19 संक्रमित लोगों को ले जाने की कोशिश की, तो इसका विरोध किया गया. वहीं दूसरी तरफ हिंदुओं के घर, दुकान और मंदिरों को तोड़ा गया."
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