बीजापुर हमले के दौरान नक्सलियों ने जिस CRPF के जवान राकेश्वर सिंह को बंदी बनाया था उसे 8 अप्रैल को छोड़ दिया है. न्यूज एजेंसी पीटीआई ने ये जानकारी दी है. बता दें कि छत्तीसगढ़ के बीजापुर-सुकमा बॉर्डर पर हुए नक्सली हमले को लेकर प्रतिबंधित कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (माओवादी) ने बयान जारी कर हमले की जिम्मेदारी ली थी. नक्सलियों ने बयान में CRPF का लापता जवान अपने कब्जे में होने का दावा किया था. बयान में नक्सलियों ने राज्य सरकार से मध्यस्थों की मांग की थी और कहा था कि इसके बाद ही वो जवान को छोड़ेंगे.
छत्तीसगढ़ में नक्सली हमले में 22 जवान शहीद हो गए थे और जवान राकेश्वर सिंह लापता थे. वहीं इस हमले में 31 जवान घायल हुए हैं.
अब CRPF जवान राकेश्वर सिंह की पत्नी का कहना है कि-
'आज मेरे जीवन का सबसे खुशनुमा दिन है. मुझे पूरी उम्मीद थी कि वो लौट आएंगे. 'मीनू, CRPF जवान राकेश्वर सिंह की पत्नी
CRPF के लापता जवान की बेटी की बस एक ही तमन्ना थी कि उनके पिता जल्दी लौट आएं. अब उसका भी सपना सच हो गया है.
राकेश्वर सिंह मन्हास की मां कुंती देवी का कहना है कि- 'हम बहुत ज्यादा खुश हैं. जो हमारे बेटे को छोड़ रहे हैं उनका भी धन्यवाद करती हूं. भगवान का भी धन्यवाद करती हूं. जब सरकार की बात हो रही थी तो मुझे थोड़ा भरोसा तो था परन्तु विश्वास नहीं हो रहा था.'
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