कश्मीर को लेकर कांग्रेस ने एक बार फिर केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार को निशाने पर लिया है. कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने सरकार से पूछा है कि क्या सोमवार से शुरू होने वाले संसद सत्र में नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता फारूख अब्दुला अपनी आवाज उठा पाएंगे ? क्या उन्हें संसद सत्र में शामिल होने की इजाजत दी जाएगी?’
कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा है कि कश्मीर में पिछले 103 दिनों से लॉकडाउन की स्थिति बनी हुई है, लेकिन पीएम विदेशों में कह रहे हैं कि ‘सब चंगा सी’.
कश्मीर में 103 दिनों से लॉकडाउन, पीएम कह रहे ‘सब चंगा सी’ - कांग्रेस नेता
कांग्रेस ने कहा है कि कश्मीर में पिछले 103 दिनों से लॉकडाउन की स्थिति है, लेकिन पीएम पूरी दुनिया में कह रहे हैं कि ‘सब चंगा सी’.
कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा-
कश्मीर पिछले 103 दिनों से लॉकडाउन की स्थिति में है. पीएम पूरे विश्व में ’सब चंगा सी’ ‘ऑल इज वेल’ कह रहे हैं. कश्मीर में न मंदिरों में घंटे बज रहे हैं, न आरती की मधुरवाणी सुनाई दे रही है, न मस्जिदों से अज़ान की आवाज़. न मोबाइल फोन बज रहे हैं, न बिजली है और न ही लोगों को दवाईयां मिल पा रही हैं.
कांग्रेस नेता ने कहा, ‘ये कैसा समाधान है, जिसमें लोगों को बात करने की अनुमति नहीं है; बिजली नहीं है; दवाई नहीं है. कश्मीर कर्फ्यू में, कश्मीरी परेशान, और आप कहते हैं हो गया समाधान?’
कांग्रेस का सवाल- नेताओं को अब तक क्यों रखा गया बंद?
कांग्रेस ने कश्मीर के स्थानीय नेताओं को नजरबंद रखे जाने पर भी सवाल उठाया है. कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने कहा-
‘आपने (सरकार) डेटा सर्विस बंद कर रखी है, तो एसएमएस, ब्रॉडबैंड और प्रीपेड सेवाएं क्यों बंद हैं? क्या कारण हैं कि आपने स्थापित राजनैतिक दलों के नेताओं को अभी तक बंद कर रखा है? जब भारी मात्रा में सुरक्षा बल तैनात हैं, तो मुख्यधारा के इन नेताओं को किस आधार पर अंदर रखा गया है?
कांग्रेस नेता ने कहा, ‘यूरोप के सांसदों को, मादी शर्मा की सहायता से कश्मीर की सैर कराने में मोदी जी को कोई आपत्ति नहीं है, पर भारत के चुने हुए सांसदों को कश्मीर जाने से रोका जाता है.’
उन्होंने कहा-
कश्मीर भारत का अभिन्न हिस्सा है, कश्मीर को भारत का अभिन्न हिस्सा बनाने में नेहरू जी, पटेल साहब सहित कांग्रेस पार्टी के नेताओं के साथ-साथ इन नेताओं का भी योगदान रहा है, जिन्हें आज आपने हिरासत में रखा है.
कांग्रेस नेता ने कहा, ‘हम यह जानना चाहते हैं कि सोमवार से शुरू होने वाले संसद के सत्र में क्या डाक्टर फारूख अब्दुला अपनी आवाज उठा पाएंगे ? क्या उन्हें आने दिया जाएगा?’
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