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राहुल गांधी बोले-बिना कृषि कानून वापस हुए किसान घर नहीं जाएंगे

नई दिल्ली इलाके में धारा 144 लागू

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3 नए कृषि कानूनों के खिलाफ कांग्रेस अब सरकार को घेरने के मूड में है. इसी को देखते हुए राहुल गांधी आज सड़क पर उतरे हैं और राष्ट्रपति भवन तक मार्च करने निकले. राहुल गांधी अपनी पार्टी के नेताओं के साथ राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात कर उन्हें कृषि कानूनों के विरोध में इकट्ठा किए गए 2 करोड़ लोगों के हस्ताक्षर सौंपा. राष्ट्रपति से मिलकर आने के बाद राहुल गांधी ने कहा, "मैंने राष्ट्रपति से कहा कि ये कृषि कानून किसान विरोधी हैं. देश ने देखा है कि किसान इन कानूनों के खिलाफ खड़े हुए हैं."

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राहुल गांधी ने पीएम मोदी पर सवाल उठाते हुए कहा,

हम तीन लोग राष्ट्रपति के पास गए. हम करोड़ों किसानों के हस्ताक्षर लेकर गए. हम किसानों की आवाज राष्ट्रपति तक ले गए हैं. सर्दी का मौसम है और पूरा देश देख रहा है कि किसान दुख में है, दर्द में है और मर रहा है. पीएम को सुनना पड़ेगा. मैं अडवांस में बोल देता हूं. मैंने कोरोना पर बोला था कि नुकसान होने जा रहा है. आज फिर बोल रहा हूं कि किसान और मजदूर के सामने कोई ताकत नहीं चलेगी. इससे बीजेपी-आरएसएस नहीं, देश को नुकसान होने जा रहा है. यह किसान विरोधी कानून है. इससे किसान और मजूदरों को जबर्दस्त नुकसान होने वाला है. सरकार ने कहा था कि कानून किसान के फायदे के लिए है. लेकिन किसान इस कानून के खिलाफ खड़ा है. सरकार को यह नहीं सोचना चाहिए कि किसान और मजदूर घर चले जाएंगे. नहीं जाएंगे. जब तक कानून वापस नहीं लिया जाएगा. सरकार संसद का संयुक्त सत्र बुलाए और इन कानूनों को तुरंत वापस लें.
राहुल गांधी

राहुल गांधी के साथ गुलाम नबी आजाद और अधीर रंजन चौधरी भी राष्ट्रपति भवन गए और राष्ट्रपति से मुलाकात की.

प्रियंका गांधी हिरासत में

वहीं दूसरी ओर दिल्ली पुलिस ने प्रियंका गांधी और बाकी कांग्रेस नेताओं को हिरासत में ले लिया. वे राष्ट्रपति भवन की तरफ राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को ज्ञापन सौंपने के लिए मार्च निकाल रहे थे.

हिरासत में लिए जाने से पहले जब पुलिस ने कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी को रोका था, तब उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा,

बीजेपी की सरकार किसानों के पेट पर लात मार रही है और हमारा कर्तव्य है कि हम किसानों के साथ खड़े रहें इसलिए हम लोग अपना कर्तव्य निभाएंगे. हम लोकतंत्र में रह रहे हैं और वे (राहुल गांधी और बाकी कांग्रसी सांसद) सांसद चुने गए हैं. उन्हें राष्ट्रपति से मिलने का अधिकार है और उन्हें अनुमति दी जानी चाहिए. उससे क्या समस्या है? सरकार सीमाओं पर डेरा डाले लाखों किसानों की आवाज सुनने के लिए तैयार नहीं है.

प्रियंका गांधी ने मोदी सरकार पर कटाक्ष करते हुए कहा, “कभी वे कहते हैं कि हम इतने कमजोर हैं कि हम विपक्ष के रूप में फेल हैं, फिर कभी कहते हैं कि हम इतने शक्तिशाली हैं कि हमने लाखों किसानों को एक महीने के लिए सीमा (दिल्ली की सीमा) पर बैठा रखा है. उन्हें पहले यह तय करना चाहिए कि हम क्या हैं.”

वहीं दूसरी ओर कांग्रेस नेता राहुल गांधी के नेतृत्व में कृषि कानूनों के खिलाफ विजय चौक से राष्ट्रपति भवन तक निकाले गए मार्च को पुलिस ने रोक लिया है.

3 लोगों को राष्ट्रपति से मिलने की इजाजत

राष्ट्रपति भवन जाने के लिए राहुल गांधी कांग्रेस मुख्यालय पहुंच थे, राहुल के साथ बहन प्रियंका गांधी भी मौजूद थीं, लेकिन केवल तीन नेताओं को राष्ट्रपति से मिलने की इजाजत मिली है. साथ ही पुलिस ने नई दिल्ली इलाके में धारा 144 लगा दिया है.

चाणक्यपुरी की ACP प्रज्ञा ने कहा कि जिन नेताओं को राष्ट्रपति भवन से अनुमति मिली है हम उनको राष्ट्रपति भवन जाने देंगे.

कृषि कानून के खिलाफ कांग्रेस ने कराए 2 करोड़ हस्ताक्षर

दरअसल, कांग्रेस ने नए कृषि कानूनों के खिलाफ 2 करोड़ हस्ताक्षर करवाएं हैं, जिसे वो राष्ट्रपति को सौंपने की तैयारी कर रही थी, इसके लिए कांग्रेस की दिल्ली ऑफिस के बाहर 2 ट्रक में हस्ताक्षर की कॉपी लाई गई. वहीं पुलिस ने कांग्रेस कार्यलय पर नेताओं को राष्ट्रपति भवन ले जाने वाली बसों को वहां से हटा दिया है.

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