कांग्रेस (congress) पार्टी महंगाई (inflation) के खिलाफ पूरे देश में जन जागरण अभियान (Jan Jagran Abhiyan) चलाने जा रही है. जिसकी शुरुआत 14 नवंबर से होगी और 29 नवंबर तक चलेगा. इसके लिए कांग्रेस ने बड़ी तैयारी की है. खुद राहुल गांधी (Rahul Gandhi) इसको लेकर फ्रंट पर नजर आ रहे हैं.
राहुल गांधी ने 10 नवंबर को एक ट्वीट किया जिसमें उन्होंने लिखा कि, चलता जा रहा है भाजपा (BJP) सरकार का जन उत्पीड़न अभियान, अब चलेगा कांग्रेस का जन जागरण अभियान. अन्याय का जवाब लेकर रहेंगे.
इसके बाद राहुल गांधी ने 12 नवंबर को कांग्रेस के डिजिटल कैंपेन (congress Digital campaign) का उद्घाटन किया. उन्होंने अपनी पार्टी के नेताओं को संबोधित किया और जन जागरण अभियान का पूरा प्रोग्राम समझाया. इस दौरान राहुल गांधी का जोर अपनी पार्टी की विचारधारा को आक्रामकता के साथ लोगों के बीच पहुंचाने पर था. उन्होंने कहा कि आप मानो या ना मानो बीजेपी-आरएसएस (BJP-RSS) की कट्टर विचारधारा ने हमारी प्यार की विचारधारा को ओवरशेडो किया है.
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा था कि बीजेपी हिंदुत्व की बात करती है. हम कहते हैं कि हिन्दू धर्म और हिन्दुत्व में फर्क है क्योंकि अगर फर्क नहीं होता तो नाम एक ही होता. उन्होंने आगे कहा था कि हिन्दुस्तान में दो विचारधाराएं हैं, एक कांग्रेस पार्टी की और एक RSS की. आज के हिन्दुस्तान में बीजेपी और RSS ने नफरत फैला दी है और कांग्रेस की विचारधारा जोड़ने, भाईचारे और प्यार की है.
क्या है कांग्रेस की तैयारी ?
‘जन जागरण अभियान’ के तहत पार्टी के नेता एवं कार्यकर्ता अलग-अलग इलाकों में पदयात्रा करेंगे
कांग्रेस ने एक मिस कॉल नंबर (1800212000011) जारी किया जिस पर आप कांग्रेस का समर्थन कर सकते हैं
कांग्रेस ने हर जिले में एक पर्यवेक्षक नियुक्त किया है
गांव-गांव ढाणी-ढाणी कांग्रेस प्रभात फेरियां निकालेगी और लोगों को महंगाई के बारे में बताएगी
कांग्रेस ने हर प्रदेश में एक कंट्रोल रूम बनाया है, जहां से अभियान की निगरानी की जाएगी
हर नेता से कहा गया है कि वो अपने जिले में कम से कम 7 दिन पद यात्रा जरूर करे
हर लोकसभा और विधानसभा से 10-10 लोगों को प्रशिक्षित किया जाएगा
इस अभियान में शामिल हुए लोगों को पार्टी में शामिल होने के लिए भी कहा जाएगा
इस अभियान में कांग्रेस करेगी क्या?
कांग्रेस का इरादा गांव-गाव तक पहुंचकर महंगाई के खिलाफ लोगों को जागरुक करने का है, साथ ही कांग्रेस नेताओं का कहना है कि वो बीजेपी सरकार की नाकामियों को जनता के बीच लेकर जाएंगे. इसके अलावा कांग्रेस अपने अभियान के जरिए, जनता के बीच अपनी मौजूदगी दिखाना चाहती है.
शीतकालीन सत्र से पहले इस अभियान का मतलब
केंद्र सरकार ने उपचुनाव के नतीजों के बाद पेट्रोल और डीजल सस्ता किया है. जाहिर है महंगाई को लेकर सरकार की पेशानी पर पसीना है. इसी का फायदा कांग्रेस दोतरफा सरकार को घेरकर उठाना चाहती है. 29 नवंबर को जब संसद का शीतकालीन सत्र शुरू होगा तब कांग्रेस महंगाई पर सरकार से सड़क पर दो-दो हाथ कर चुकी है और फिर संसद में मोदी सरकार के सामने होगी.
कांग्रेस के लिए ये अभियान अहम क्यों?
दरअसल बीजेपी कांग्रेस और राहुल गांधी पर लगातार सीजन पॉलिटिक्स करने का आरपो लगाकर हमलावर होती है. बीजेपी नेता कई राहुल गांधी को लेकर ऐसे बयान देते हैं कि वो सीरियस पॉलिटीशियन नहीं हैं. इसीलिए कांग्रेस और राहुल गांधी इस ज जागरण अभियान से ये संदेश देना चाहते हैं कि वो यहीं हैं. तभी तो राहुल गांधी इसको लेकर फ्रंट पर खेल रहे हैं.
कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने कहा कि, कांग्रेस ने महसूस किया कि हमारे आंदोलनों में कार्यकर्ता शामिल होते हैं, लेकिन जिस तरह से आम जनमानस को शामिल होना चाहिए, वो नहीं हो पाते. इसलिए सतत आंदोलन कार्यक्रम के लिए समिति बनी.
(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)