लोकसभा चुनाव 2019 के लिए अपनी आखिरी रैली के बाद राहुल गांधी ने पहला इंटरव्यू क्विंट को दिया. 23 मई को मतगणना के बाद देश की सियासत क्या करवट लेगी, इसे लेकर देश की जनता के पास तमाम सवाल हैं. जब कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी क्विंट के कैमरे पर आए तो हमने इन्हीं सवालों के जवाब उनसे मांगे.
17 मई को हिमाचल प्रदेश के सोलन में राहुल की आखिरी रैली के बाद क्विंट के फाउंडर और एडिटर इन चीफ राघव बहल और एडिटोरियल डायरेक्टर संजय पुगलिया ने राहुल गांधी से पूछा कि रिजल्ट से पहले उनकी फाइनल रिपोर्ट क्या है?
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राहुल गांधी ने चुनाव के बाद की तस्वीर के बारे में कहा कि नतीजों में साफ हो जाएगा कि बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी नहीं होगी.
राहुल गांधी ने कांग्रस की पॉलिसी की चर्चा करते हुए कहा, ''NYAY के सिवा कोई चारा नहीं है. हमने 1990 में इकनॉमी को लेकर एक मॉडल चलाया. हमने 2004 में इसमें थोड़ा बदलाव किया. इसने 2012 तक काम किया. हम ये समझते हैं कि 1990 का आर्थिक मॉडल 2019 में नहीं चलेगा. मोदी सरकार ने मनमोहन सिंह का मॉडल लिया और उसे लागू किया. नए जमाने में ये फेल हुआ. मनमोहन सिंह ने मुझे 2012 में कहा कि अब वो मॉडल काम नहीं करेगा. किसी आइडिया का फायदा एक तय वक्त तक ही मिलता है. अब हमें अर्थव्यवस्था को नई नजर से देखना होगा. अब देश के लोगों से बात करके पूछना होगा कि अब क्या करना चाहिए.''
राहुल गांधी ने कहा कि NYAY के दो बड़े फायदे होंगे. उन्होंने कहा कि एक बड़ा फायदा ये होगा कि इससे गरीबी दूर होगी. दूसरा फायदा ये होगा कि इससे इकनॉमी की हालत सुधरेगी.
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कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने क्विंट से एक्सक्लूसिव बातचीत में प्रधानमंत्री मोदी के रडार वाले बयान पर कहा है कि उनको पहले जाकर पढ़ना चाहिए कि रडार क्या होता है? उन्होंने कहा, '‘मिस्टर मोदी पहले जाइए, रडार के बारे में कुछ पढ़कर आइए. आप प्लेन के सामने जाइए और किसी पायलट से रडार के बारे में बात कीजिए, फिर कुछ कमेंट करिए.''
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चुनाव से लेकर नतीजों तक हर सवाल
जवाब उन सवालों के भी लिए गए, जो इन दिनों जनता के जेहन में उठ रहे हैं. मसलन, उत्तर प्रदेश में कांग्रेस, एसपी-बीएसपी गठबंधन में शामिल क्यों नहीं हो सकी? आखिर, क्या वजह रही कि तमाम चर्चाओं के बावजूद प्रियंका गांधी ने चुनाव नहीं लड़ा? दिल्ली में आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन नहीं होने के लिए, कौन जिम्मेदार रहा?
इसके अलावा सवाल नतीजों से भी जुड़े हैं, जैसे- कांग्रेस को सरकार में आने की कितनी उम्मीद है?
एक बड़ा सवाल ये कि अगर UPA+ की सरकार बनी तो प्रधानमंत्री कौन होगा? सरकार बनी तो पहला काम क्या करेंगे?
तो, इन तमाम सवालों के जवाब जानने के लिए आप बने रहिए क्विंट हिंदी के साथ.
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