महाराष्ट्र में कोरोनावायरस का खतरा तेजी से बढ़ रहा है. इस वजह से महाराष्ट्र सरकार ने 31 मार्च तक लॉकडाउन का फैसला लिया है, इसके साथ ये भी कहा गया है कि अगर जरूरत पड़ी तो लॉकडाउन को आगे भी बढ़ाया जा सकता है. राज्य के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा है कि उनके पास धारा 144 लागू करने के अलावा अब कोई विकल्प नहीं बचा है.
सीएम उद्धव ठाकरे ने कहा है कि, 'मैं हर किसी से अनुरोध करना चाहता हूं कि 'जनता कर्फ्यू' कल सुबह तक जारी रखें. संक्रमितों की संख्या बढ़ी है इसलिए मेरे पास महाराष्ट्र में धार 144 लागू करने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा है. उन्होंने ये भी कहा कि, मुंबई में भारत के बाहर किसी भी फ्लाइट को नहीं उतरने दिया जाएगा. ठाकरे ने आगे कहा,
सरकारी कार्यालयों में काम करने वाले कर्मचारियों को वर्क फ्रॉम होम करने के लिए कहा गया है. 31 मार्च तक केवल जरूरी कर्तव्यों के निर्वहन के लिए लोगों को सार्वजनिक परिवहन का उपयोग करने की अनुमति दी जाएगी.
बस में दिखाना होगा I-Card
सीएम ठाकरे ने सभी कार्यालयों को वर्क फ्रॉम होम करने की गुजारिश की है. वहीं, जो लोग आपातकाल सेवा के लिए काम कर रहे हैं ऐसे लोग बेस्ट की बसों में I-Card दिखाकर अपने स्थान पर पहुंच सकेंगे. बाकी दूसरे किसी भी लोगों को इन बसों में सफर करने की अनुमति नहीं दी जाएगी.
केवल जरूरी दुकानें खुली रहेंगी
महाराष्ट्र में कोरोनावायरस के 74 मामले सामने आ चुके हैं. हालात को देखते हुए महाराष्ट्र के कई शहरों को लॉकडाउन कर दिया गया है, जिसके बाद केवल जरूरी वस्तुएं वाली दुकान छोड़ कर सभी दुकानें बंद कर दी गई है.
विदेशों से आनेवाली फ्लाइट की नहीं होगी लैंडिंग
महाराष्ट्र में लगातार कोरोनावायरस के संक्रमण बढ़ रहे हैं इस वजह से सीएम ठाकरे ने फैसला किया है कि मुंबई एयरपोर्ट पर विदेश से आनेवाले किसी भी फ्लाइट की लैंडिंग नहीं कराई जाएगी.
इससे पहले गुजरात सरकार ने अहमदाबाद, राजकोट, सूरत और वडोदरा शहर आंशिक तौर पर बंद कर दिया है. वहीं ओडिशा में एक सप्ताह के लिए 40% हिस्सा बंद कर दिया गया है. इसमें 5 जिले और 8 प्रमुख शहर शामिल हैं.
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