प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार शाम 5 बजे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सार्क देशों के नेताओं से चर्चा करेंगे. जिसमें श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटबया राजपक्षे, बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना, अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी, मालदीव के राष्ट्रपति इब्राहिम सोली, भूटान के प्रधानमंत्री, नेपाल के प्रधानमंत्री शामिल होंगे. पाकिस्तान की ओर से प्रधानमंत्री इमरान खान के सहायक डॉ. जफर मिर्जा वीडियो कॉन्फ्रेंस में भाग लेंगे.
मोदी ने शनिवार को कहा था कि सार्क नेताओं के साथ आने से प्रभावकारी नतीजे आएंगे और कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में नागरिकों को फायदा होगा.
मोदी ने ट्वीट कर बताया, "आज शाम पांच बजे सार्क देशों के नेता वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कोविड-19 की चुनौती से निपटने का खाका तैयार करने पर चर्चा करेंगे." उन्होंने कहा, "मुझे विश्वास है कि हमारे साथ आने से प्रभावकारी नतीजे आएंगे और हमारे नागरिकों को लाभ मिलेगा."
इससे पहले पीएम मोदी ने ट्वीट कर सभी सार्क देशों को इस वायरस के खिलाफ एकजुट होकर लड़ाई लड़ने का आह्वान किया था. जिसके बाद अब कई देशों ने भारतीय प्रधानमंत्री की मुहिम का समर्थन किया.
श्रीलंकाई राष्ट्रपति गोटबया राजपक्षे ने ट्वीट कर लिखा कि कोरोना वायरस के मसले पर श्रीलंका बात करने को तैयार है, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऐसे वक्त पर शानदार मुहिम की शुरुआत की है.
भूटान के प्रधानमंत्री ने भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मुहिम का समर्थन किया. उन्होंने अपने ट्विटर पर लिखा कि इसे ही नेतृत्व कहते हैं. क्षेत्र के सदस्य के तौर पर हमें साथ आना चाहिए, वरना इससे इकनॉमी को नुकसान हो सकता है. उसी तरह मालदीव, नेपाल के प्रधानमंत्रियों ने इस पर पीएम मोदी की पहल का स्वागत किया.
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