माइनिंग सेक्टर की प्रमुख कंपनी वेदांता लिमिटेड ने रविवार को कोरोना वायरस महामारी से निपटने के लिए 100 करोड़ रुपये के कोष की घोषणा की. वेदांता ने एक बयान में कहा कि दिहाड़ी मजदूरों, कंपनी के कर्मचारियों और ठेका श्रमिकों के साथ ही कंपनी के संयंत्रों के आसपास के इलाकों में लोगों की स्वास्थ्य देखभाल के लिए इस कोष का इस्तेमाल किया जाएगा.
ये फंड बढ़ाया भी जा सकता है:वेदांता
वेदांता रिसोर्सेज लिमिटेड के कार्यकारी अध्यक्ष अनिल अग्रवाल ने कहा, ‘‘महामारी से लड़ने के लिए मैं 100 करोड़ रुपये देने की प्रतिबद्धता जता रहा हूं. जरूरत पड़ने पर हम कोष में वृद्धि भी कर सकते हैं.’’
वेदांता ने कहा कि कंपनी इस संकट की अवधि में अस्थायी कर्मचारियों सहित अपने कर्मचारियों के वेतन में कटौती नहीं करेगी या किसी भी कर्मचारी को निकालेगी नहीं. इसके अलावा कंपनी ने कोविड-19 के लिए वेदांता के कर्मचारियों और उनके परिवारों को विशेष बीमा कवर देने का फैसला भी किया है.
इसके साथ ही कंपनी के संयंत्रों के आसपास चाय की दुकान या सब्जी के ठेलों के जरिए आजीविका चलाने वाले लोगों की मदद भी की जाएगी, ताकि उनका गुजर-बसर चलता रहे.
दिहाड़ी मजदूरों के गुजर बसर में भी मदद
कंपनी ने कहा है कि परिचालन वाले क्षेत्रों में सभी चलायमान स्वास्थ्य वैन सुरक्षात्मक स्वास्थ्य देखभाल में मदद करेंगी और हर व्यावसायिक उसके आस पास काम करने वाले इकाई दिहाड़ी मजदूरों और चाय विक्रेताओं के गुजर बसर में भी मदद करेगी.
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