ADVERTISEMENTREMOVE AD

‘वैक्सीन टूरिज्म’ क्या है? वैक्सीन के लिए विदेश जाना वैध है? FAQ

टूर एजेंसियां क्या पैकेज ऑफर कर रही हैं?

Published
story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा

जब से यूनाइटेड किंगडम Pfizer-BioNTech वैक्सीन को दिसंबर अंत से रोलऑउट की इजाजत देने वाला पहला देश बना है, सोशल मीडिया पर ट्रेवल एजेंसियों के 'वैक्सीन टूरिज्म' पैकेज के मेसेज दिख रहे हैं.

ये पैकेज असल में हैं क्या? क्या ये कानूनी रूप से वैध हैं? ट्रेवल एजेंसीज एसोसिएशन का इस बारे में क्या कहना है? सबकुछ जानिए.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

वैक्सीन टूरिज्म क्या है?

हाल ही में ट्रेवल कंपनियों ने 'वैक्सीन टूरिज्म' शब्द को पॉपुलर बनाया है. इसका मतलब होता है कि कोरोना वायरस वैक्सीन का शॉट लेने के लिए दूसरे देश जाना, जब आपके देश में वैक्सीन अभी उपलब्ध नहीं हो.

WhatsApp मेसेज और ट्विटर पोस्ट्स के जरिए कुछ ट्रेवल एजेंसियां दावा कर रही है कि वो कस्टमर्स को 'वैक्सीन टूरिज्म' पैकेज की मदद से COVID-19 वैक्सीन के 'इंतजार' से बचा सकती हैं.

अलग-अलग टूर एजेंसियां क्या पैकेज ऑफर कर रही हैं?

मुंबई स्थित Gem Tours and Travels Pvt Ltd के मेसेज वायरल हो रहे हैं. इस कंपनी ने 1,74,999 रुपये के एक 'वैक्सीन टूर' का एडवरटाइजमेंट किया है.

पैकेज में मुंबई-न्यू यॉर्क-मुंबई की फ्लाइट, तीन रात और चार दिन का रहना और मुफ्त ब्रेकफास्ट शामिल है. क्विंट से बात करते हुए Gem Tours के एक कर्मचारी ने कहा:

“हमने बुकिंग खोली नहीं है लेकिन स्कीम के बारे में पूछने के लिए 2000 से ज्यादा कॉल्स आ चुकी हैं. कई लोगों ने अपनी जानकारी शेयर की है ताकि जरूरी मंजूरी के बाद हम उन्हें प्राथमिकता दें.” 

जब पूछा गया कि मंजूरी कब तक मिलने की उम्मीद है, तो कर्मचारी के पास कोई जवाब नहीं था.

कोलकाता स्थित Zenith Holidays ने '100 चुनिंदा गेस्ट्स' के लिए बुकिंग खोल दी है. 1,49,000 रुपये के पैकेज में भारत-अमेरिका-भारत की रिटर्न फ्लाइट, चार सितारा डिलक्स होटल में चार दिन का रहना और एक वैक्सीन की डोज शामिल हैं.

Pfizer वैक्सीन समेत सभी कोरोना वायरस वैक्सीन की 3-4 हफ्तों के बीच दो डोज दी जानी होंगी. इस बात पर कोई जानकारी नहीं है कि 3-4 दिन के टूर में ट्रेवल कंपनियां दूसरी डोज का क्या करेंगी.

क्या ऐसी स्कीम्स में पैसा लगाना सुरक्षित है? क्या ये वैध है?

इंडियन एसोसिएशन ऑफ टूर ऑपरेटर्स के अध्यक्ष प्रणब सरकार ने कहा कि 'इसके शिकार न बनें.' इस एसोसिएशन में 1600 रजिस्टर्ड संगठन शामिल हैं.

कोई भी मान्यता-प्राप्त ऑपरेटर बिना इजाजत के इस तरह के पैकेज जारी नहीं करेगा. ये सब स्कीम फूलप्रूफ नहीं हैं इसलिए इनके शिकार न बनें. 
प्रणब सरकार ने ब्लूमबर्गक्विंट से कहा  

Gem Tours and Travels इस एसोसिएशन का हिस्सा नहीं है.

लेकिन ‘वैक्सीन टूर’ अमेरिका के क्यों हैं जबकि Pzifer वैक्सीन के इस्तेमाल की मंजूरी UK ने दी है?

UK ने ऐलान किया है कि पहले प्राथमिकता समूहों को वैक्सीन दी जाएगी. हालांकि, अभी ये तय नहीं हुआ है कि प्राथमिकता समूहों में भी किसे पहले वैक्सीन मिलेगी. लिस्ट में टॉप पर होम रेजिडेंट और स्टाफ हैं और फिर 80 साल की उम्र से ज्यादा के लोग और बाकी स्वास्थ्य और सोशल केयर वर्कर्स हैं.

जब और डोज उपलब्ध होंगी तो 50 साल से ज्यादा उम्र वाले सभी लोगों का मास इम्युनाइजेशन होगा और साथ ही किसी मौजूदा स्वास्थ्य समस्या वाले जवान लोगों को भी वैक्सीन दी जाएगी.

वैक्सीन टूर पैकेज ऑफर करने वाले एक समूह के टूर ऑपरेटर ने कहा, “हम उम्मीद कर रहे हैं कि अमेरिका में वैक्सीन बिक्री के लिए उपलब्ध होगी और जिसे जरूरत होगी उसे मिल सकेगी.” 

इस बारे में अमेरिकी रेगुलेटरी अथॉरिटीज का कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं आई है.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

UK ने अभी कितनी वैक्सीन डोज ऑर्डर की हैं?

UK ने 20 मिलियन लोगों को वैक्सीन देने के लिए 40 मिलियन डोज ऑर्डर की हैं.

बीबीसी के मुताबिक, 10 मिलियन डोज जल्द ही उपलब्ध होंगी और आने वाले दिनों में पहली 8 लाख UK पहुचेंगी.

लेकिन क्या गारंटी है कि इन टूर पर वैक्सीन मिल ही जाएगी?

कोई गारंटी नहीं है. अधिकतर देशों ने अभी वैक्सीन दिए जाने का ब्लूप्रिंट नहीं बनाया है. संभव है कि देश अपने नागरिकों को वैक्सीन देने के बाद ही विदेशियों को इजाजत देंगे.

भारत सरकार ने इन टूर के बारे में क्या कहा है? क्या मेडिकल वीजा की जरूरत होगी?

भारत सरकार ने इन 'वैक्सीन टूर' को मान्यता नहीं दी है और इस बारे में कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है. क्योंकि इन टूर की प्रमाणिकता पर सवाल है, इसलिए मेडिकल वीजा की जरूरत पर भी कोई स्पष्टीकरण नहीं है.

भारत में कौन सी वैक्सीन अपनाई जाएगी?

Credit Suisse की एक रिसर्च के मुताबिक, भारत Oxford AstraZeneca, Novovax और Johnson & Johnson की वैक्सीन को अपनाएगा. अगर स्वदेशी Covaxin ट्रायल्स पास करती है तो उसका भी इस्तेमाल होगा. Oxford AstraZenaca वैक्सीन के भारतीय मैन्युफेक्चरर सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के पास एक साल में 800 मिलियन डोज बनाने की क्षमता है.

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
×
×