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CM योगी की ये कैसी सोशल डिस्टेंसिंग?50 लोगों के साथ अयोध्या पहुंचे

मुख्यमंत्री ने कहा, “उनकी तरह हम भी अपनी मर्यादा में रहकर इस संकट का सामना करें.”

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भारत
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गृह मंत्रालय के दिशानिर्देशों में साफ-साफ कहा गया है कि 25 मार्च से लॉकडाउन के दौरान पूरे देश में किसी भी धार्मिक कार्यक्रम के आयोजन की अनुमति नहीं है. लेकिन लॉकडाउन के पहले ही दिन अयोध्या में गर्भगृह से रामलला को बाहर निकालकर नए आसन पर विराजित किया गया. इस दौरान यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहे. उनके अलावा प्रधान पुजारी सत्येंद्र दास, ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्यगोपालदास के उत्तराधिकारी कमल नयन दास और ट्रस्ट के महामंत्री चंपत राय भी मौजूद रहे. क्विंट ने देखा, इस कार्यक्रम में 50 से 60 लोग मौजूद थे.

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मुख्यमंत्री योगी ने ट्विटर पर लिखा-

“भव्य राम मंदिर के निर्माण का पहला चरण आज सम्पन्न हुआ, मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्री राम त्रिपाल से नए आसन पर विराजमान... मानस भवन के पास एक अस्थायी ढांचे में ‘रामलला’ की मूर्ति को स्थानांतरित किया. भव्य मंदिर के निर्माण हेतु 11 लाख का चेक भेंट किया.”

पीएम मोदी के 21 दिनों के लॉकडाउन के ऐलान के कुछ घंटों बाद सीएम योगी आदित्यनाथ इस कार्यक्रम में पहुंचे. पीएम मोदी के राष्ट्र के नाम संबोधन के बाद गृह मंत्रालय के दिशानिर्देशों में साफ-साफ कहा गया है, "सभी पूजा स्थल सार्वजनिक रूप से बंद कर दिए जाएंगे. बिना किसी अपवाद के किसी भी धार्मिक कार्यक्रम की अनुमति नहीं होगी."

द क्विंट ने राम मंदिर के मुख्य पुजारी महंत सतेंद्र दास से बात की, जो खुद इस समारोह में शामिल थे. उन्होंने कहा, "दो पूजा थीं. पहली सुबह लगभग 4:15 बजे शुरू हुई, जहां रामलला को एक अस्थायी ढांचे में रखा गया था, जिसे मुख्यमंत्री ने खुद नए ढांचे में विराजमान किया था. ये करीब 7:00 बजे खत्म हुई. सीएम योगी मौजूद थे. कम से कम 50-60 लोग थे."

मर्यादा पुरुषोत्म श्रीराम का आह्वान करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, “उनकी तरह हम भी अपनी मर्यादा में रहकर इस संकट का सामना करें.”

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