देश में कोरोना संक्रमण तेजी से फैल रहा है, जिसकी रोकथाम के लिए कोविड-19 वैक्सीनेशन को बढ़ाने पर जोर दिया जा रहा है. इसी कड़ी में 11 अप्रैल से देश के सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में कार्यस्थलों पर कोरोना वैक्सीनेशन की शुरुआत होगी.
11 अप्रैल से कार्यस्थल पर कोरोना टीकाकरण
कोरोना महामारी से बचाव के लिए देश के सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में टीकाकरण अभियान तेजी से चलाया जा रहा है. कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच सरकार ने कोरोना वैक्सीनेशन अभियान में तेजी लाने के लिए एक और कदम उठाया है.
11 अप्रैल से निजी और सरकारी सभी कार्यस्थलों पर कोरोना टीकाकरण लगाया जाएगा. इसमें 45 साल से अधिक उम्र के सभी लोगों को कोविड वैक्सीन दी जाएगी. हालांकि एक बार में सिर्फ 100 लोगों को ही कोरोना का टीका लगाया जाएगा.
स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण के लेटर के अनुसार, इन सभी सरकारी व प्राइवेट कार्यस्थलों को कोविड वैक्सीनेशन सेंटर का दर्जा दिया जाएगा.
इस संबंध में केंद्र सरकार ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से सरकारी व प्राइवेट संस्थानों में टीकाकरण को लेकर तैयारी करने के लिए जरूरी परामर्श करने को कहा है.
सभी आयु वर्ग को लगे कोरोना का टीका- राज्यों की केंद्र से मांग
देश में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच महाराष्ट्र, राजस्थान और दिल्ली समेत कुछ राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने केंद्र सरकार से अपील की है कि, सभी आयु वर्ग के लोगों को कोरोना वैक्सीन दी जाए, ताकि महामारी पर नियंत्रण पाया जा सके. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी राज्यों की इस मांग का समर्थन करते हुए कहा कि सभी आयु वर्ग के लोगों को कोरोना वैक्सीन दी जाए.
‘महाराष्ट्र में वैक्सीन की कमी’
कोविड-19 केसों में बढ़ोत्तरी के बीच रोकथाम के लिए वैक्सीनेशन पर जोर दिया जा रहा है, लेकिन इस बीच महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने कहा कि राज्य में सिर्फ 3 दिन का वैक्सीन स्टॉक बचा है. इस बारे में हमने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री को सूचित करके, केंद्र से ज्यादा स्टॉक भेजने को कहा है.
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