प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना वायरस के चलते देशव्यापी लॉकडाउन से पैदा हुए हालात पर विचार विमर्श के लिए 8 अप्रैल को लोकसभा और राज्यसभा में विपक्ष समेत कई राजनीतिक दलों के नेताओं के साथ बातचीत की.
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हुई इस बातचीत में लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी, राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद, एनसीपी के शरद पवार, शिवसेना के संजय राउत के अलावा तृणमूल कांग्रेस के सुदीप बंदोपाध्याय, बीएसपी के सतीश चंद्र मिश्रा, डीएमके के टीआर बालू, बीजेडी के पिनाकी मिश्रा, वाईएसआर के मिथुन रेड्डी, एसपी के राम गोपाल यादव, जेडीयू के राजीव रंजन सिंह, एलजेपी के चिराग पासवान, अकाली दल के सुखवीर सिंह बादल सहित कई बाकी दलों के नेताओं ने हिस्सा लिया.
प्रधानमंत्री ने संसद के दोनों सदनों में उन दलों के नेताओं के साथ बातचीत की, जिनके संसद में पांच से ज्यादा सांसद हैं.
प्रधानमंत्री ने कोरोना वायरस और लॉकडाउन के मुद्दे पर 2 अप्रैल को देश के सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों से बातचीत की थी.
प्रधानमंत्री ने हाल के दिनों में डॉक्टरों, पत्रकारों, विदेशों में भारतीय मिशनों के राजनयिकों सहित कई पक्षकारों से बातचीत की है. हाल ही में प्रधानमंत्री ने कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी, तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी, डीएमके प्रमुख स्टालिन सहित कई नेताओं से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बातचीत कर महामारी रोकने के लिए सरकार की कोशिशों की जानकारी दी थी.
पीएम मोदी ने पूर्व राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल, प्रणब मुखर्जी के अलावा पूर्व प्रधानमंत्रियों एचडी देवेगौड़ा और मनमोहन सिंह से भी बात की थी.
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