चक्रवाती तूफान AMPHAN बंगाल की खाड़ी के ऊपर भीषण रूप ले चुका है, जिससे ओडिशा और पश्चिम बंगाल के कई तटीय जिलों में तेज रफ्तार हवाओं के साथ भारी बारिश की आशंका है. ऐसे में भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने पश्चिम बंगाल और ओडिशा के उत्तरी हिस्से के लिए चेतावनी जारी की है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 18 मई को शाम 4 बजे केंद्रीय गृह मंत्रालय और नेशनल डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी (NDMA) के साथ एक उच्च स्तरीय बैठक करेंगे. इस बैठक में AMPHAN चक्रवाती तूफान की वजह से देश के हिस्सों में पैदा हो रही स्थिति की समीक्षा की जाएगी.
AMPHAN को लेकर IMD के डायरेक्टर जनरल मृत्युंजय मोहपात्रा ने 18 मई की सुबह कहा, ''साइक्लोन AMPHAN बंगाल की खाड़ी में भीषण रूप ले चुका है. अगले 12 घंटों में इसके और भीषण होकर सुपर साइक्लोनिक स्टॉर्म में बदलने की आशंका है.''
इसके अलावा उन्होंने कहा, ‘’यह उत्तर-उत्तर-पूर्वी दिशा की ओर बढ़ेगा और 20 मई की दोपहर / शाम को दीघा (पश्चिम बंगाल)-हथिया द्वीप (बांग्लादेश) को 155-165 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से पार करेगा’’
IMD भुवनेश्वर में वैज्ञानिक उमाशंकर दास ने बताया, ''उत्तर ओडिशा के तटों पर AMPHAN का सबसे ज्यादा असर होगा, जब ये लैंडफॉल करेगा. हवाओं के 110-120 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने का अनुमान है, जो बढ़कर 130 किमी प्रति घंटे भी हो सकती है. बालासोर, भद्रक, जाजपुर, मयूरभंज जिले 20 मई को प्रभावित हो सकते हैं.''
चूंकि तूफान के कारण बंगाल की खाड़ी और अंडमान सागर में समुद्र की स्थिति खराब से बेहद खराब रहने की आशंका है, ऐसे में ओडिशा और पश्चिम बंगाल के मछुआरों से कहा गया है कि वो 18 मई से समुद्र में या समुद्री तटों पर ना जाएं. ओडिशा में सरकार के संबंधित विभागों और तटीय जिलों को अलर्ट पर रखा गया है.
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