बंगाल की खाड़ी (Bay of Bengal) पर बने चक्रवाती तूफान 'गुलाब' (Cyclonic storm Gulab) के आज ओडिशा और आंध्र प्रदेश से टकराने की संभावना जताई गई है. भारी बारिश की संभावना के बीच मौसम विभाग ने इन दोनों राज्यों में चेतावनी जारी की है.
ओडिशा के सात जिलों में जिसमें रायगढ़, कोरापुट, मल्कानगिरी, भी शामिल है, यहां के निचले इलाकों में बचाव दल को भेजा गया है और लोगों को बाहर निकालने का काम भी चल रहा है.
ओडिशा आपदा त्वरित कार्यबल (ODRF) की कुल 42 दलों को और नेशनल डिजास्टर रिस्पॉन्स फोर्स (NDRF) के 24 दलों को राज्य के उन जिलों में तैनात कर दिया है जहां समस्या गंभीर हो सकती है.
इस बीच ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक का बयान सामने आया है उन्होंने कहा कि "मैंने ओडिशा भवन में ‘चक्रवात गुलाब’ पर एक बैठक की और आवश्यक सावधानियों पर चर्चा की. चक्रवात के आज रात राज्य के लगभग 10 जिलों में आने की उम्मीद है".
मौसम विभाव ने क्या चेतावनी जारी की है?
मौसम विभाग ने बताया है कि चक्रवाती तूफान गुलाब ओडिशा और आंध्र प्रदेश के कुछ इलाकों में आज यानि 26 सितंबर की शाम को टकराएगा. साथ ही इस तूफान के की वजह से 95 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने का अनुमान भी है.
आईएमडी ने कहा कि, ‘यह 26 सितंबर की शाम तक कलिंगपत्तनम के आसपास विशाखापत्तनम और गोपालपुर के बीच उत्तर आंध्र प्रदेश और दक्षिण ओडिशा तटों की ओर बढ़ सकता है. चिह्नित जिलों में कई निचले इलाके डूब जाएंगे. ओडिशा के दक्षिणी क्षेत्र के पर्वतीय इलाकों में अचानक बाढ़ आने की और भूस्खलन होने की आशंका भी है.
मौसम विभाग के महानिदेशक डॉ मृत्युंजय महापात्र ने कहा है कि अगले तीन दिनों के दौरान समुद्र में ऊंची लहरें उठेंगी और ओडिशा, पश्चिम बंगाल और आंध्र प्रदेश में मछुआरों को 25 से 27 सितंबर तक बंगाल की खाड़ी के पूर्वी-मध्य और उत्तरपूर्वी क्षेत्र में समुद्र में न जाने की सलाह है.
25 सितंबर, शनिवार की सुबह गहरे दबाव का क्षेत्र गोपालपुर से 510 किलोमीटर पूर्व-दक्षिणपूर्व और आंध्र प्रदेश में कलिंगपत्तनम से 590 किलोमीटर पूर्व में स्थित था.
ओडिशा के उत्तरी इलाकों समेत तेलंगाना और छत्तीसगढ़ में भी भारी बारिश अलर्ट जारी किया है. मौसम विभाग ने 27 सितंबर के लिए ओडिशा और तेलंगाना के ज्यादातर स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश होने और कुछ स्थानों पर भारी बारिश होने का अनुमान जताया है.
वहीं तूफान से निपटने को लेकर सरकार यह कह चुकी है कि जहां तूफान का ज्यादा प्रभाव रह सकता है खासकर विशाखापत्तनम, विजयनगरम और श्रीकाकुलम जिलों के निचले इलाकों से लगभग 86,000 परिवारों को राहत शिविरों में स्थानांतरित करने की को योजना बनाई गई है.
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