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पैर से खुलेगी लिफ्ट,UV डिसइंफेक्टेंट से सफाई: ऐसे शुरू होगी मेट्रो

दिल्ली मेट्रो पहले ही अपनी गाइडलाइंस में बता चुकी है कि एंट्री केवल स्मार्ट कार्ड के जरिए होगी.

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करीब साढ़े पांच महीने बाद दिल्ली मेट्रो फिर से चलने को तैयार है. 25 मार्च को लॉकडाउन के बाद से बंद पड़ी दिल्ली मेट्रो को 7 सितंबर से अलग-अलग चरणों में खोला जा रहा है. कोरोना वायरस महामारी को देखते हुए मेट्रो ने सफाई और सुरक्षा को लेकर पूरी कमर कस ली है. यूवी लाइट्स से मेट्रो परिसर के डिसइंफेक्शन से लेकर, लिफ्ट के पैडल से संचालन तक, दिल्ली मेट्रो टेक्नोलॉजी के दम पर एक बार फिर से खुलने को तैयार है.

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मेट्रो अलग-अलग चरणों में खुलेगी. पहले चरण के तहत मेट्रो का संचालन सुबह 7 बजे से 11 बजे तक, फिर शाम को 4 बजे से 8 बजे तक किया जाएगा. इस चरण में तीन फेज में मेट्रो चलाई जाएगी. वहीं, मेट्रो का पूरा संचालन 12 सितंबर से शुरू होगा.

हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, दिल्ली मेट्रो, परिसर के डिसइंफेक्शन के लिए यूवी लाइट्स का इस्तेमाल करेगी. दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (DMRC) के मैनेजिंग डायरेक्टर मंगू सिंह ने बताया कि दिल्ली मेट्रो की डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑर्गनाइजेशन (DRDO) के साथ यूवी लाइट्स डिसइंफेक्शन टेक्नोलॉजी को विकसित करने को लेकर बातचीत जारी है, ताकि इसका उपयोग उन सतहों को साफ करने के लिए किया जा सके, जो अक्सर यात्रियों के संपर्क में आती हैं, खासकर स्टेशन परिसर और ट्रेनें.

सिंह ने कहा कि जब तक COVID-19 महामारी रहती है, तब तक यात्रियों के लिए हाइजीनिक व्यवस्था बनाए रखना मेट्रो का इकलौता लक्ष्य होगा.

यूवी लाइट्स डिसइंफेक्टेंट, दूसरे डिसइंफेक्टेंट के मामले में ज्यादा असरदार होते हैं और सफाई के लिए बेहतर होते हैं.

पैरों से कर सकेंगे लिफ्ट का संचालन

रिपोर्ट में बताया गया है कि पिछले पांच महीनों में दिल्ली मेट्रो टेक्नोलॉजी के जरिए यात्रियों के सफर को आसान और सुरक्षित बनाने पर काम कर रही है. वहीं, कम से कम ह्यूमन कॉन्टैक्ट का ध्यान रखा जा रहा है. इस दिशा में मेट्रो ने कई कदम उठाए हैं.

दिल्ली मेट्रो पहले ही अपनी गाइडलाइंस में बता चुकी है कि एंट्री केवल स्मार्ट कार्ड के जरिए होगी. लिफ्ट में कम से कम ह्यूमन कॉन्टैक्ट रखने के लिए पैर से चलने वाला ऑपरेटिंग सिस्टम लगाया है. करीब 16 मेट्रो स्टेशनों पर 50 लिफ्ट में ये सिस्टम लगाया गया है. इसके जरिए यात्री बिना हाथ का इस्तेमाल किए लिफ्ट का संचालन कर सकते हैं.

फिलहाल ये सिस्टम राजीव चौक, हौज खास, केंद्रीय सचिवालय, कश्मीरी गेट, नई दिल्ली, द्वारका सेक्टर-21, राजौरी गार्डन, आईजीआई एयरपोर्ट, नेहरू एनक्लेव और जनकपुरी वेस्ट में लगाया गया है. लिफ्ट में अभी केवल 2 से 3 यात्रियों को सफर करने की अनुमति होगी.

तीन फेज में शुरू होगी मेट्रो

पहले चरण के तहत मेट्रो का संचालन सुबह 7 बजे से 11 बजे तक, फिर शाम को 4 बजे से 8 बजे तक किया जाएगा. इस चरण में तीन फेज में मेट्रो चलाई जाएगी. दूसरे चरण 11 सितंबर से शुरू होगा, इसमें सुबह 7 बजे से दोपहर 1 बजे और शाम 4 बजे से 10 बजे तक मेट्रो चलाई जाएंगी. लाइन-8 और लाइन-9 को भी इसी चरण में चालू किया जाएगा. तीसरा चरण 12 सितंबर से शुरू होगा, जहां मेट्रो सुबह 6 बजे से रात 11 बजे तक पहले की तरह चालू हो जाएंगी.

मेट्रो में कैसे होगी सोशल डिस्टेंसिंग?

सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखने के लिए हर स्टेशन पर केवल कुछ ही गेट चालू रहेंगे. एंट्री और एग्जिट के लिए अलग-अलग गेट होंगे. वहीं लिफ्ट में एक बार में केवल तीन यात्रियों को ही जाने की अनुमति होगी. दिल्ली मेट्रो के नए नियमों के हिसाब से जब यात्री एस्कलेटर का उपयोग कर रहे होंगे, तब उन्हें एक सीढ़ी का अंतर रखना होगा.

यात्री कों एक सीट छोड़कर बैठना होगा. DMRC उन सीटों को चिन्हित करेगी, जिन पर बैठना प्रतिबंधित होगा. वहीं स्टेशन के भीतर भी हैंड सेनेटाइजर की व्यवस्था की जाएगी. ट्रेन से निकलते वक्त सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखने के लिए दिल्ली मेट्रो स्टॉपेज टाइमिंग बढ़ाएगा.

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