वीडियो एडिटर: मोहम्मद इरशाद आलम
वीडियो प्रोड्यूसर: कनिष्क दांगी
ये सहमे हुए और उलझन में पड़े हुए छात्र दिल्ली के मुखर्जी नगर के हैं. वो मुखर्जी नगर, जिसे बिहार, मध्य प्रदेश, राजस्थान, कर्नाटक समेत देशभर से यूपीएससी की तैयारी करने आए छात्रों का गढ़ माना जाता है. इन छात्रों का आरोप है कि कानून व्यवस्था का हवाला देते हुए दिल्ली पुलिस ने इन्हें हॉस्टल-पीजी-रूम खाली कर कुछ समय के लिए घर जाने के लिए कह दिया है.
क्विंट से बातचीत में मुखर्जी नगर में रहने वाले राजस्थान के जोरावर चौधरी कहते हैं कि कुछ पुलिसवाले आकर कह रहे हैं कि यहां से चले जाओ नहीं तो हम पुलिस कार्रवाई करेंगे.
छात्र क्या कह रहे हैं?
अफवाह कई दिनों से चल रही थी कि कोचिंग में आकर पुलिसवाले आकर बोल रहे हैं ये सब. लेकिन कल हमारे PG के पास पुलिसकर्मी आए, 3 स्टार था. उसने कहा कि आप सब चले जाइए, हम आपको समझा रहे हैं लेकिन आप नहीं माने तो हम कार्रवाई करेंगे. मैंने ये अपनी आंखो से देखा कि रात 08:00-08:45 की बात है. आकर कह रहे थे कि होस्टल, PG हमने सब बंद कर दिया.जोरावर चौधरी, मुखर्जी नगर
ग्राउंड रिपोर्ट के लिए जब हम मुखर्जी नगर पहुंचे तो वहां रजिया नाम की एक छात्रा घर जाती दिखीं, वो लखनऊ की रहने वाली हैं. रजिया का कहना है कि 24 दिसंबर से लेकर 2 जनवरी तक बंद की बात हो रही है. उनके पीजी मालिक ने कहा है कि घर चले जाओ, क्योंकि पुलिस सब बंद करा रही है.
पीजी मालिक कह रहे हैं कि पुलिस सब बंद करा रही है. मेरे साथ के बच्चों को मजबूरन जाना पड़ रहा है. 70 बच्चे रहते हैं तकरीबन, सभी चले गए, मुझे भी मजबूरी में जाना पड़ रहा है.रजिया, छात्रा
एक ऐसी ही छात्रा विजेता हैं, जो जयपुर की रहने वाली हैं. वो कहती हैं कि कोचिंग की छुट्टी कर दी गई और कहा कि 2 जनवरी तक का बंद है. पीजी मालिक ने कहा है कि यहां से चले जाइए, अगर खाली नहीं किया तो सील हो जाएगा.
टिकट का कुछ पता नहीं है, जयपुर जाना है, वेटिंग का टिकट लेकर जाना पड़ रहा है. हर जगह पीजी बंद हो रही है, मजबूरी है अब जा रहे हैं. मेरे पीजी में 6 लड़कियां हैं जो सभी चली गईं.विजेता, छात्रा
कई छात्रों ने हमें बताया कि जल्द ही उनके एग्जाम होने हैं, लेकिन उन्हें हॉस्टल छोड़ने के लिए बोल दिया गया है.
द क्विंट से बातचीत में एक पीजी मालिक ने कहा कि उन्होंने सोशल मीडिया पर लेटर सर्कुलेट होते देखा है, इसलिए मुखर्जी नगर थाने के SHO से बात की.
हमें बताया गया कि दिल्ली पुलिस ने ऐसा कोई नोटिस जारी नहीं किया है, और जो दावे किए जा रहे हैं वो गलत हैं. इसलिए हमने छात्रों को बता दिया कि जाने की जरूरत नहीं है.पीजी मालिक
पुलिस का क्या कहना है?
दरअसल, दिल्ली के मुखर्जी नगर को खाली कराने से जुड़ा एक मैसेज सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. वायरल वीडियो में पुलिस की ड्रेस में एक शख्स छात्रों को आदेश दे रहा है कि 24 दिसंबर से पहले मुखर्जी नगर खाली कर देना है. जिसके बाद से ये बहस शुरू हुई है. द क्विंट इस वीडियो की पुष्टि नहीं करता है.
द क्विंट से बातचीत में दिल्ली पुलिस के एडिशनल पीआरओ अनिल मित्तल कहते हैं उन्हें नहीं पता कि ये वीडियो कैसे एडिट किया गया और पूरे वीडियो में क्या कंटेंट था.
‘जो वीडियो वायरल हो रहा है वो एडिटेड है. जो सर्कुलेशन सोशल मीडिया पर चल रहा है वो फेक है. हमने फेक लेटर सर्कुलेट होने के मामले में केस दर्ज कर लिया है’अनिल मित्तल, एडिशनल पीआरओ, दिल्ली पुलिस
दिल्ली पुलिस के के डीसीपी नॉर्थ वेस्ट विजयंत आर्य ने कहा है कि फेक मैसेज को लेकर मामला दर्ज कर लिया गया है. साथ ही हम सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को लिख रहे हैं कि वो इस मैसेज को हटाएं क्योंकि ये एडिटेड वीडियो है.
मामला कैसे सामने आया?
वीडियो में पुलिस कहती दिख रही है की 24 की शाम को यहां से निकल जाओ और 2 जनवरी से पहले वापस मत आना. किसी तरह के प्रोटेस्ट में हिस्सा लेने की जरूरत नहीं है. वीडियो में पुलिस कह रही है,
“अब सुनो काम की बात, 24 दिसंबर से हम लोग डायरेक्शन दे रहे हैं सारे पीजी वालों को, सारे थाने वोलों को, रेस्टोरेंट वालों को, लाइब्रेरी वालों को और कोचिंग वालों को कि 24 की शाम से सब कुछ बंद हो जाएंगे. सब लोग अपनी टिकट करा लो, अपने घर चले जाओ. फिर 2 जनवरी को वापस आइए. अपना विंटर वेकेशन समझ लो इसे.”
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