19 जुलाई से शुरू होने वाले संसद के मॉनसून सत्र (Parliament Monsoon Session) में किसान नेताओं ने तीन कृषि कानूनों (Farm Law) के खिलाफ संसद के सामने हर दिन प्रदर्शन करने की घोषणा की थी. लेकिन 18 जुलाई की दोपहर दिल्ली पुलिस के पांच वरिष्ठ अधिकारियों की टीम ने अलीपुर के मंत्रम रिजॉर्ट में किसान नेताओं से मुलाकात की और उन्हें प्रदर्शन के लिए दूसरे स्थानों का नाम सुझाया.
बता दें कि 40 किसान संगठनों के समूह संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) ने मॉनसून सत्र के हर दिन 200 किसानों के साथ संसद के बाहर विरोध प्रदर्शन करने की घोषणा की थी.
बलबीर सिंह राजेवान, दर्शन पाल, हन्नान मुल्ला, जोगिंदर सिंह उगराहन और योगेंद्र यादव सहित संयुक्त किसान मोर्चा के कई सदस्यों ने 17 जुलाई को लोकसभा और राज्यसभा सदस्यों को किसानों की मांगों को उठाने और वॉकआउट के लिए 'वोटर व्हिप' जारी किया है .
प्रदर्शन को लेकर दिल्ली पुलिस कर रही तैयारी
दिल्ली पुलिस ने भी इस स्थिति से निपटने के लिए अपने जवानों को ट्रेनिंग देना शुरू कर दिया है.
शनिवार,17 जुलाई को दिल्ली पुलिस हेडक्वार्टर में मीटिंग हुई. इसमें कमिश्नर बालाजी श्रीवास्तव ने निर्णय लिया कि दिल्ली पुलिस के पांच वरिष्ठ अधिकारी किसान नेताओं से बातचीत करके उन्हें संसद के सामने प्रदर्शन न करने के लिए मनाने की कोशिश करेंगे.
इंडियन एक्सप्रेस को दिल्ली पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि "वरिष्ठ अधिकारी किसान नेताओं से 26 जनवरी को दिल्ली में हुए ट्रैक्टर परेड के बारे में भी बात करेंगे ,जिसे कुछ बाहरी लोगों ने हाईजैक कर लिया था. हजारों प्रदर्शनकारियों ने बैरिकेड तोड़कर दिल्ली में प्रवेश किया और पुलिसकर्मियों पर हमला करके लाल किले के प्राचीर से एक धार्मिक झंडा फहराया".
दिल्ली पुलिस ने इसके अलावा दिल्ली मेट्रो (DMRC) को भी लेटर भेजकर 19 जुलाई को संसद के पास के 7 मेट्रो स्टेशन को बंद रखने का निर्देश दिया है.
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