भीड़तंत्र के हावी होने की खबरें अब आम हैं. कहीं बिरयानी पर बवाल है. कहीं पुलिस वालों को भीड़ धमका रही है. कहीं सरेआम पिटाई हो जाती है. इन खबरों की तादाद अब इतनी ज्यादा कि रिपोर्ट करना मुश्किल हो रहा है. दूसरी तरफ अब खबर तब बनती है जब पुलिस और प्रशासन अपना काम करें. ये विडंबना है, लेकिन सच है. और चूंकि ऐसी खबरें आनी कम हो गई हैं, लिहाजा जरूरी है कि इन्हें प्रमुखता से दिखाएं. हम आपको हाल फिलहाल चार ऐसी घटनाओं के बारे में बताते हैं जिसमें लोकतंत्र ने भीड़तंत्र से कहा कि यहां मेरी ही चलेगी.
रुड़की में नहीं होने दिया 'अधर्म संसद'
रुड़की दादा जालापुर गांव में हिंदुत्वा संगठनों ने महापंचायत बुलाई थी. वही रुड़की जहां कुछ समय पहले हनुमान जंयती के दौरान सांप्रदायिक हिंसा हुई थी. सुप्रीम कोर्ट ने राज्य के मुख्य सचिव को साफ चेतावनी दी थी कि कोई भड़काऊ बयानबाजी नहीं होनी चाहिए, शांति नहीं बिगड़नी चाहिए. प्रशासन ने भी वक्त रहते इलाके में 144 लगा दी. आयोजकों आनंद स्वरूप महाराज और सागर सिंधुराज को पहले ही हिरासत में ले लिया. महापंचायत नहीं हो पाई.
स्थानीय निर्दलीय विधायक उमेश कुमार की भूमिका भी सहारनीय रही. महापंचायत से एक दिन पहले ट्वीट किया- राजनीति गई भाड़ में, कोई भी दोषी हो, चाहे किसी धर्म का हो, गिरफ्तार होना चाहिए. उमेश और कुछ अन्य गैर बीजेपी विधायकों ने डीजीपी से भी मुलाकात कर पक्षपात न करने का आग्रह किया. कुल मिलाकर लोकतंत्र के चारों खंभों न्यायपालिका, विधायका, मीडिया और कार्यपालिका ने मिलकर शांति कायम रखने में भूमिका निभाई.
मेरठ में ड्यूटी पर अड़े SHO
एक खबर मेरठ से आई.बीजेपी नेता दीपक शर्मा और पिछले चुनाव में बीजेपी प्रत्याशी रहे कमल दत्त शर्मा ने ईद के आसपास मुस्लिम बहुल इलाके में जागरण करने की जिद कर दी. SHO रमेश चंद शर्मा का वीडियो सामने आया है जिसमें वो कह रहे हैं कि बिना अनुमति किसी हालत में जागरण नहीं करने देंगे. बता दें कि खुद सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि गैर पारंपरिक जलसे, जागरण, आयोजन करने की परमिशन नहीं मिलेगी. लेकिन बीजेपी के ही नेता पुलिस अफसर को धमकी देने लगे कि बिन परमिशन जागरण करेंगे. लेकिन SHO डटे रहे और कहा कि बिना अनुमति जागरण नहीं होने देंगे.
BHU में हुड़दंगियों को सही जवाब
जो हमारे देश की खूबसूरती थी, अब वही लोगों को खटकने लगी है. ईद-दिवाली यहां मिलकर मनाने की परंपरा है. एक दूसरे के त्योहारों में जाते हैं, मिलते हैं, एक हो जाते हैं. लेकिन BHU में कुछ छात्रों को ये रास नहीं आया कि वीसी ने इफ्तार पार्टी दी है. उन्होंने प्रदर्शन किया. वीसी का पुतला जलाया. प्रशासन की तरफ से प्रॉक्टर ने कहा कि इफ्तार पार्टी गंगा जमुनी तहजीब को बढ़ावा देने के लिए थी और आगे भी जारी रहेगी. इतना ही नहीं, उन्होंने कहा प्रदर्शनकारी छात्रों की पहचान कर एक्शन लेंगे.
ये कहना बड़ी बात है कि क्योंकि आज कोई किसी भी पद पर बैठा हो, उसे ऐसा कहने से पहले दस बार सोचना पड़ता है.
वीसी सुधीर कुमार जैन ने साफ कह दिया है कि हमने कुछ गलत नहीं किया. उन्होंने छात्रों से कहा कि विश्वविद्यालय के संस्थापक महामना मदन मोहन मालवीय का संदेश भी जाकर देख लें.
आगरा में अवैध निर्माण के खिलाफ DRM
आगरा में राजा की मंडी रेलवे स्टेशन है. वहां चामुंडा देवी मंदिर का कुछ हिस्सा रेलवे स्टेशन के कैंपस में है. रेलवे ने कहा कि इसे हटाएंगे. मंदिर प्रशासन को नोटिस भेजा. हिंदुवादी संगठनों ने प्रदर्शन किया. धमकी दी. लेकिन डीआरएम आनंद स्वरूप ने कहा कि मंदिर अवैध तरीके से बना है. प्लेटफॉर्म पर भी मंदिर का कुछ हिस्सा है. यात्रियों को दिक्कत होती है.
DRM ने चेतावनी दी है कि अतिक्रमण हटाने नहीं दिया तो स्टेशन ही बंद करना पड़ सकता है.
तो सौ बात की एक बात ये है कि जो जहां बैठा है वहीं से अपने दायित्व को ईमानदारी से निभाए तो देश बच सकता है. सही पर टिके तो साथ भी मिलता है. नेता का नहीं तो जनता का जरूर.
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