ADVERTISEMENTREMOVE AD

इलाज के लिए महिला को खुद खाट सहित पैदल हॉस्पिटल लेकर गया डॉक्टर

डॉक्टर महिला को खाट सहित लेकर पैदल ही 8 किलोमीटर दूर हॉस्पिटल की तरफ चल दिए.

Updated
story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा

हम अक्सर लोगों को कहते सुनते हैं कि डाॅक्टर भगवान का दूसरा रूप होते हैं. इससे भले ही आप इत्तेफाक रखें या ना रखें लेकिन ये खबर पढ़कर आप जरूर कहेंगे कि इस डाॅक्टर ने मानवता की मिसाल पेश की है.

ओडिशा के मल्कानगिरी जिले के गांव में एक डॉक्टर ने प्रेग्नेंट महिला की डिलीवरी में मदद की. डिलीवरी के बाद हालत खराब होने पर डॉक्टर महिला को खुद पैदल 8 किलोमीटर तक चलकर हॉस्पिटल लेकर गए.

जिले के चित्राकोंडा ब्लॉक के सारीगेता गांव में एक महिला प्रेग्नेंट थी. गांव से 8 किलोमीटर दूर हॉस्पिटल के डॉक्टर ओमकार होता को जैसे ही महिला को लेबर पेन होने की जानकारी मिली वो फौरन वहां के लिए रवाना हो गए.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

गांव पहुंचने पर उन्होंने देखा कि महिला के शरीर से बहुत खून बह चुका है. इसको देखते हुए महिला की डिलीवरी गांव में ही कर दी गई. लेकिन महिला की हालत नाॅर्मल नहीं हो पाई.

इसके बाद रोड कनेक्टिविटी की सुविधा नहीं होने की वजह से डॉक्टर ने उसे लेकर पैदल ही हॉस्पिटल ले जाने का फैसला किया, ताकि महिला का बेहतर इलाज किया जा सके. गांव वालों के इंकार करने पर डॉक्टर महिला को खाट सहित लेकर पैदल ही हॉस्पिटल की तरफ चल दिए.

हॉस्पिटल में इलाज के बाद महिला और बच्चे दोनों की हालत काफी बेहतर है.

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

Published: 
सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
×
×