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DRDO का इंजीनियर पाकिस्तान के लिए जासूसी के आरोप में गिरफ्तार

इंजीनियर ने कथित तौर पर ब्रह्मोस मिसाइल का तकनीकी डेटा अमेरिकी और पाकिस्तानी एजेंसियों को मुहैया करवाया है.

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रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) के एक एरोस्पेस इंजीनियर को पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. एटीएस के एक अधिकारी ने इस बात की जानकारी दी.

अधिकारी ने बताया कि उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र एटीएस के एक जॉइंट ऑपरेशन में सोमवार को नागपुर में डीआरडीओ के वर्धा रोड स्थित ब्रह्मोस एयरोस्पेस यूनिट से निशांत अग्रवाल नाम के शख्स को गिर‍फ्तार किया गया.

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गिरफ्तार इंजीनियर निशांत पिछले एक साल से वर्धा रोड पर किराए के घर में रह रहा था. उसके मकान मालिक मनोहर काले ने बताया कि पुलिस टीम इमारत में सुबह 5.30 बजे पहुंची और शाम 5 बजे तक वहां रही. काले के मुताबिक, निशांत रुड़की से हैं और दो महीने पहले उसकी शादी हुई थी. उन्होंने कहा, "वह यहां अपनी पत्नी के साथ रह रहा था और घर लेते समय अपने आधार कार्ड की कॉपी और अपने एम्प्लॉयर से बनवाया हुआ सर्टिफिकेट दिया था."

निशांत पिछले 4 साल से डीआरडीओ में काम कर रहा था. उस पर आरोप है कि उसने पर ब्रह्मोस मिसाइल से जुड़ी जानकारी और तकनीकी डेटा अमेरिकी और पाकिस्तानी एजेंसियों को मुहैया करवाई है. उसे ऑफिशियल सीक्रेट एक्ट की धाराओं के तहत गिरफ्तार किया गया है.

ब्रह्मोस एयरोस्पेस का गठन भारत के डीआरडीओ और रूस के 'मिलिट्री इन्डस्ट्रीयल कंसोर्टियम' (एनपीओ मशिनोस्त्रोयेनिया) के बीच जॉइंट वेंचर के तौर पर हुआ है. भारत और रूस के बीच 12 फरवरी, 1998 को हुए एक इंटर-गवर्मेंटल समझौते के तहत यह कंपनी स्थापित की गई थी. इस यूनिट में ब्रह्मोस मिसाइल के निर्माण का काम होता है.

(इनपुट: पीटीआई)

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